22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Lords Test: सिराज पर लगे फाइन का स्टुअर्ट ब्रॉड ने किया विरोध, इस खिलाड़ी को भी बताया दोषी

लॉर्ड्स टेस्ट में सिराज के जश्न पर 15% का जुर्माना लगा दिया गया है। स्टुअर्ट ब्रॉड ने ICC के इस फैसले को "हास्यास्पद" बताया और कप्तान गिल के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की। गिल पर स्टम्प माइक पर आपत्तिजनक भाषा का आरोप है, जबकि सिराज पर बेन डकेट को आउट करने के बाद आक्रामक जश्न मनाने का। 

2 min read
Google source verification
Team India Celebrating England Wicket (Photo-Stuart Broad X)

Team India Celebrating England Wicket (Photo-Stuart Broad X)

भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन का खेल न केवल रोमांचक बल्कि ड्रामे से भरा रहा। मोहम्मद सिराज को इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट को आउट करने के बाद आक्रामक जश्न मनाने के लिए 15% मैच फीस का जुर्माना और एक डिमेरिट पॉइंट दिया गया। इस फैसले पर पूर्व इंग्लिश तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने ऐतराज जताया है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की आलोचना करते हुए भारतीय कप्तान शुभमन गिल के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है, जिन्होंने स्टंप माइक पर इंग्लैंड के बल्लेबाज जैक क्रॉली के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था।

सिराज की हुई जमकर आलोचना

सिराज ने चौथे दिन की सुबह बेन डकेट को आउट करने के बाद उनके सामने आक्रामक अंदाज में जश्न मनाया, जिसमें कंधे से कंधा टकराने की घटना भी शामिल थी। ICC ने इसे खिलाड़ियों के आचार संहिता के अनुच्छेद 2.5 का उल्लंघन माना, जो बल्लेबाज के आउट होने पर अपमानजनक या आक्रामक प्रतिक्रिया को उकसाने वाली हरकतों से संबंधित है। इस घटना पर पूर्व इंग्लिश कप्तान एलिस्टेयर कुक ने भी सिराज की आलोचना की और कहा कि जश्न में शारीरिक संपर्क खेल की भावना के खिलाफ है।

ICC के फैसले ने ब्रॉड नाराज

हालांकि, स्टुअर्ट ब्रॉड ने इस फैसले को "हास्यास्पद" करार दिया। उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, "सिराज को आक्रामक जश्न के लिए 15% जुर्माना और गिल ने लाइव टीवी पर गाली दी, फिर क्या? या तो दोनों पर कार्रवाई होनी चाहिए या किसी पर नहीं। खिलाड़ी रोबोट नहीं हैं, लेकिन नियमों में एकरूपता जरूरी है।" ब्रॉड का इशारा तीसरे दिन की उस घटना की ओर था, जब गिल ने क्रॉली के समय बर्बाद करने की रणनीति पर नाराजगी जताते हुए स्टंप माइक पर अपशब्द कहे थे।

यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब तीसरे दिन के आखिरी ओवर में क्रॉली ने जानबूझकर समय बर्बाद किया ताकि भारत को एक अतिरिक्त ओवर न मिले। गिल और जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारतीय खिलाड़ियों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। गिल की यह प्रतिक्रिया मैदान पर तनाव का कारण बनी, लेकिन ICC ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। ब्रॉड का कहना है कि अगर सिराज को उनकी भावनात्मक प्रतिक्रिया के लिए दंडित किया गया, तो गिल को भी उसी मापदंड पर परखा जाना चाहिए।

यह पहली बार नहीं है जब इस टेस्ट सीरीज में गिल और भारतीय टीम की आक्रामकता चर्चा में आई है। गिल ने इस सीरीज में बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें 607 रन बनाकर राहुल द्रविड़ का 23 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है। लेकिन उनकी कप्तानी और मैदान पर व्यवहार ने भी सुर्खियां बटोरी हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने गिल की तुलना सौरव गांगुली से की, जिन्होंने 2002 में नेटवेस्ट सीरीज में आक्रामक नेतृत्व के साथ भारत को जीत दिलाई थी।

ये भी पढ़ें: मोहम्मद सिराज को भारी पड़ा बेन डकेट से पंगा लेना, ICC ने तगड़े जुर्माने के साथ सुनाई ये सजा