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श्रीनिवासन ने दिलीप वेंगसरकर को बताया झूठा, कहा स्पष्ट नहीं है उनकी मंशा

BCCI के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने शुक्रवार को दिलीप वेंगसरकर के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि एक क्रिकेटर के द्वारा ऐसी बातें करना अच्छा नही है

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N srinivasan

नई दिल्ली। BCCI के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने शुक्रवार को पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर द्वारा लगाए गए आरोपों को नकार दिया है। पूर्व क्रिकेटर ने आरोप लगाया था कि उनकी मुख्य चयनकर्ता की नौकरी विराट कोहली को चुने जाने की वजह से छीन ली गई थी।श्रीनिवासन ने कहा कि हमने उनका हीरो की तरह सम्मान किया, इन आरोपों से उनकी मंशा स्पष्ट नहीं है।

श्रीनिवासन ने वेंगसरकर के आरोपों का खंडन किया है

श्रीनिवासन ने चेन्नई में पत्रकारों से अपने बचाव में कहा, ‘‘वह किसकी तरफ से ऐसी बातें बोल रहे हैं। इसके पीछे उनकी क्या मंशा है। यह आरोप बिलकुल निराधार हैं। एक क्रिकेटर के द्वारा ऐसी बाते करना अच्छा नहीं है। उनका आरोप कि मैंने उनको मुख्य चयनकर्ता के पद से हटाया बिलकुल गलत है। इन बातों को अब कहने का क्या मतलब।’’
आगे उन्होंने यह भी कहा कि "मैं चयन मामलो में दखल नहीं देता, वह किस दखल की बात कर रहे हैं।" श्रीनिवासन ने आगे सफाई में कहा कि वेंगसरकर ने अपना पद इसलिए गंवाया क्योंकि वह मुंबई क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष पद पर बने रहना चाहते थे।

वेंगसरकर द्वारा लगाए गए थे यह आरोप

गुरूवार को मुंबई में हुए एक कार्यक्रम के दौरान दिलीप वेंगसरकर ने कहा था कि विराट का चयन करने की वजह से उनको अपने करियर से हाथ धोना पड़ा था।उनका आरोप था कि श्रीनिवासन इस चयन से नाराज हो गए थे और इस वजह से उनके पद का कार्यकाल सीमित कर दिया गया था।पूर्व क्रिकेटर का कहना था कि उन्होंने बद्रीनाथ की जगह टीम में कोहली का सिलेक्शन किया था क्योंकि विराट विजेता भारतीय अंडर 19 वर्ल्ड कप के कप्तान थे और उनका प्रदर्शन इमर्जिंग प्लेयर टूर्नामेंट में भी शानदार रहा था।वेंगसरकर के मुताबिक बद्रीनाथ आईपीएल में श्रीनिवासन की चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते थे, यही वजह थी कि उनको अपने पद से जल्दी हाथ धोना पड़ा।

इस सीरीज में दोनों ही प्लेयर्स को खेलने का मौका मिला था। कोहली ने श्री लंका के खिलाफ इस सीरीज में पांचों मैच खेले थे वहीं बद्रीनाथ को सिर्फ तीन मैचों में खेलने का मौका मिला था।