बायो बबल में रहेंगे नाडा अधिकारी
2008 से शुरू हुए आईपीएल का 2020 में 13वां सीजन संयुक्त अरब अमीरात में खेला जा रहा है। ऐसा तीसरी बार है, जब यह टूर्नामेंट देश के बाहर हो रहा है। यूएई में यह दूसरी बार खेला जा रहा है। यह टूर्नामेंट 19 सितंबर से श् शुरू होकर 10 नवंबर तक चलेगा। सूत्रों की मानें तो इस दौरान नाडा (NADA) अधिकारियों को बीसीसीआई (BCCI) द्वारा निर्मित बायो बबल (Bio Bubble) में रहने के लिए कहा जाएगा।
पांच अलग-अलग डोप कंट्रोल स्टेशन होंगे तैयार
नाडा (NADA) ने बीसीसीआई (BCCI) को यूएआई (UAE) में पांच अलग-अलग डोप कंट्रोल स्टेशन (DCS) तैयार करने के लिए कहा है। इनमें से तीन अबू धाबी, शारजाह और दुबई के मैच स्थलों पर होंगे, जबकि अन्य दो दुबई और अबू धाबी में अभ्यास सुविधाओं के आस-पास होंगे। सूत्रों के अनुसार,भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि यूएई में नाडा के नौ लोग होंगे। वे यूएई के नेशनल एंटी डोपिंग ऑर्गनाइजेशन की भी मदद लेंगे, अगर उन्हें आगे जनशक्ति की जरूरत होती है तो इस मामले में सैंपल कलेक्शन में मदद करने के लिए अन्य सदस्य को भी ले सकते हैं।
तीन टीमें बनाई जाएंगी
नाडा (NADA) की तीन इकाइयों में एक-एक अधिकारी और दो डोप कंट्रोल ऑफिसर (DCO) के साथ तीन टीमें होंगी। इनमें से प्रत्येक यूनिट में स्थानीय नाडो (NADO) कर्मचारी होंगे। हालांकि, सैंपल नंबर सीमित हो सकते हैं, लेकिन उम्मीद है कि बीसीसीआई कुछ रक्त के नमूने भी एकत्र कर सकता है, क्योंकि दुबई से दोहा में वाडा से मान्यता प्राप्त लैब तक परिवहन आसान हो जाएगा।
खर्च वहन की जिम्मेदारी अभी स्पष्ट नहीं
इन सभी खबरों के बीच अभी यह सपष्ट नहीं हो पाया है कि इन सब में आने वाली पूरी लागत नाडा (NADA) या बीसीसीआई (BCCI) द्वारा वहन की जाएगी। गौरतलब है कि यह आयोजन भारत के बाहर आयोजित होगा और ऐसी परिस्थिति में खर्चों का बिल शेयर किया जाएगा या नहीं। भारत में आयोजित होने वाले टूर्नामेंटों में नाडा खुद कलेक्शन, परिवहन और परीक्षण का पूरा खर्च वहन करती है।