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जानें भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख खिलाड़ी कैसे मनाते हैं अपनी बहनों के साथ राखी

कई क्रिकेटर्स अपनी उपलब्घियों का श्रेय अपन बहनों को देते हैं।आज हम आपको बताने वाले हैं भारतीय क्रिकेट टीम के टॉप खिलड़ियों की बहनों के बारे में की कैसे वो राखी मनाते हैं ।  

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Prabhanshu Ranjan

Aug 25, 2018

rakhi and indian cricketers know how they celebrate with their sisters

जानें भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख खिलाड़ी कैसे मनाते हैं अपनी बहनों के साथ राखी

नई दिल्ली।देश भर में राखी का त्योहार बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है । बहन आपने भाई की कलाई पर रेशम का धागा बांधती है उनकी लंबी उम्र की दुआ करती है बदले में भाई जिंदगी भर बहनों की रक्षा करने का का वादा करता है। वैसे तो भारतीय क्रिकेटर्स व्यस्त रहते हैं और देश-विदेश में भ्रमण करते हैं।लेकिन फिर भी बहनों के लिए वो समय निकाल ही लेते हैं । कई क्रिकेटर्स अपनी उपलब्घियों का श्रेय अपन बहनों को देते हैं।आज हम आपको बताने वाले हैं भारतीय क्रिकेट टीम के टॉप खिलड़ियों की बहनों के बारे में की कैसे वो राखी मनाते हैं ।


विराट कोहली :- भारतीय क्रिकेट टीम के तीनों फॉर्मेट्स के कप्तान विराट कोहली 2006 में पिता की मौत के बाद से टूट से गए थे । ऐसे में उनकी बड़ी बहन भावना कोहली ने विराट को काफी सहारा दिया । इन्ही सब कारणों से विराट अपनी बहन के काफी करीब हैं और विराट जब भी भारत में होते हैं ।रक्षाबंधन बड़ी धूमधाम से मनाते हैं ।भावना की संजय धींगरा से शादी के बाद भी भाई-बहन के प्यार में बिल्कल भी कमी नहीं है ।

शिखर धवन :- भारतीय क्रिकेट टीम के कमाल के ओपनर शिखर धवन उर्फ़ गब्बर अपनी बहन को बहुत मानते हैं । आईपीएल में हैदराबाद की कप्तानी करने वाला यह बाएं हाथ का बल्लेबाज अपनी बहन श्रेष्ठा धवन की शादी अभी कुछ ही महीने पहले हुई है । अपनी बहन की शादी में तब सरिक होने के लिए धवन ने भारतीय क्रिकेट टीम से कुछ समय के लिए छुट्टी भी ली थी ।


महेंद्र सिंह धोनी :- पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपनी बहन जयंती के काफी करीब हैं। धोनी के पिता पान सिंह कभी नहीं चाहते थे कि धोनी क्रिकेट खेले लेकिन उनकी बहन और मां ने इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। धोनी अपनी सफलता के लिए बहन के अहसानमंद है। जयंती स्कूल टीचर हैं और वे कहती हैं कि मेरा भाई किसी चीज की अति नहीं करता। वह नम्र व सिद्धांतों पर चलता है और उसे जिम्मेदारी का अहसास है। जब झारखंड सरकार ने उसे पीएचडी देने का प्रस्ताव रखा तो उसने मना कर दिया क्योंकि उसने ग्रेजुएशन नहीं की थी।

भुवनेश्वर कुमार :- भारतीय क्रिकेट टीम के पैस अटैक के अगुवा भुवनेश्वर कुमार की सफलता के पीछे भी उनकी बहन का ही हाथ है। उत्तर प्रदेश के रहने वाले इस 24 वर्षीय खिलाड़ी को 10 साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलने के लिए उनकी बहन रेखा अधाना ने प्रेरित किया था।जब भुवी 13 साल के थे तो रेखा ही उन्हें पहली बार कोचिंग एकेडमी लेकर गई थी और क्रिकेट इक्विपमेंट दिलाए थे।भुवी के पिता पुलिस में थेे तो उनका तबादला होता रहता था। इसके चलते रेखा ने ही भुवनेश्वर का ख्याल रखा।


रवींद्र जडेजा :- टीम इंडिया के रॉकस्टार कहे जाने वाले रवींद्र जडेजा आज जिन बुलंदियों पर हैं इसमें उनकी मां और बहन का योगदान है। मां ने ही जडेजा को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया और उनका खर्चा उठाया। टीम इंडिया में सलेक्ट होने के कुछ दिनों पहले ही जडेजा की मां का निधन हो गया था। ऎसे समय में बहन नैना ने जडेजा को सहारा दिया। नैना ही परिवार का सारा भार उठाती थी और अपने भाई का ख्याल रखती थी।