विदर्भ ने टॉस जीतकर केरल को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया
सिक्का विदर्भ के कप्तान फैज फजल के पक्ष में गिरा। उन्होंने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उमेश यादव कप्तान के भरोसे पर खरे उतरे और ऐसी कत्लेआम मचाई की केरल के सिर्फ तीन बल्लेबाज ही दहाई तक पहुंच सके। केरल के लिए विष्णु विनोद ने सबसे ज्यादा 37 रन बनाए। कप्तान सचिन बेबी ने 22 और बासिल थम्पी ने 10 रन बनाए। उमेश के अलावा रजनीश गुरबानी ने तीन विकेट लिए।
विदर्भ ने ली 65 रनों की लीड
हालांकि विदर्भ की शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन पहली पारी में केरल ने इतने कम रन बनाए थे कि मौजूदा विजेता विदर्भ ने 65 रनों की लीड ले ली और उसके अभी 5 विकेट बाकी है। विदर्भ का पहला विकेट 33 के कुल स्कोर पर संजय रामास्वामी (19) के रूप में गिरा। इसके बाद कप्तान को अनुभवी बल्लेबाज वसीम जाफर का साथ मिला। दोनों ने टीम का स्कोर 113 तक पहुंचाया। जाफर को उनके 34 के निजी स्कोर पर मोहम्मद निद्देश ने आउट किया। लेकिन आउट होने से पहले जाफर अपने नाम एक रिकार्ड और दर्ज करा गए।
जाफर ने किया एक और बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम
वसीम जाफर रणजी ट्रॉफी के इतिहास में पहले ऐसे बल्लेबाज बने, जिसने दो सीजन में 1000 से ज्यादा रन बनाए हैं। इस मैच से पहले जाफर को इस रिकार्ड को अपने नाम करने के लिए सिर्फ 31 रनों की दरकार थी। जाफर ने इससे पहले 2008-09 में मुंबई से खेलते हुए 1260 रन बनाए थे। इस मैच में वह इस सीजन की 12 पारियों में 80.75 की औसत से 969 रन अपने खाते में लेकर उतरे थे। अब उनके 1004 रन हो गए हैं।
फजल ने खेली कप्तानी पारी
कप्तान फैज (74) की पारी का अंत संदीप वॉरियर ने 170 रनों के कुल स्कोर पर किया। फैज ने 142 गेंदों की पारी में 13 चौके लगाए। उनके जाने के एक रन बाद नाइट वॉचमैन के रूप में बल्लेबाजी करने आए रजनीश गुरबानी बिना खाता खोले थम्पी का शिकार होकर पवेलियन लौट लिए।
अर्थव ताइदे (23) भी 171 को कुल स्कोर पर आउट हुए। इसी के साथ दिन का खेल खत्म होने की घोषणा कर दी गई।