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WTC Final: अश्विन का बड़ा बयान बोले-‘जिस दिन सिखने की ललक कम हो जाएगी क्रिकेट छोड़ दूंगा’

चेन्नई के 34 वर्षीय स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने हाल एक इंटरव्यू में कहा कि मुझे नए-नए प्रयोग से मेरे कॅरियर में बहुत फायदा मिला है।

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नई दिल्ली। टीम इंडिया के मुख्य स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन फिलहाल न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेल रहे हैं। अश्विन का कहना है कि उन्हें प्रतिस्पर्धा से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलती है और जिस दिन ऐसा लगा कि उनमें सिखने या नए-नए एक्सप्रीमेंट करने की ललक कम हो गई वह क्रिकेट छोड़ देंगे। अश्विन को क्रिकेट जगत में हमेशा नए-नए प्रयोग के लिए जाना जाता है। वे हमेशा कुछ ना कुछ नया करने का प्रयास करते रहते हैं और इसका उन्हें कॅरियर में काफी फायदा भी हुआ है।

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'इसलिए करता हूं मैं नए-नए प्रयोग'
डब्ल्यूटीसी का फाइनल शुरू होने से पहले अश्विन ने आईसीसी से कहा था कि टेस्ट क्रिकेेट की खूबी यह है कि आप हमेशा परफेक्ट बनने की ख्वाहिश रखते हैं। लेकिन आप उत्कृष्टता से भी खुशी हासिल कर सकते हैं। इसलिए मैं ऐसा करता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मैंने अपने कॅरियर में अब तक जो कुछ भी हासिल किया है, वह इसी नजरिए के कारण है, मैंने किसी भी चीज के लिए समझौता नहीं किया, लगातार सुधार की तलाश में रहता हूं।’

टेस्ट में चटका चुके हैं 409 विकेट
चेन्नई के 34 वर्षीय गेंदबाज अश्विन अब तक टेस्ट क्रिकेट में 409 विकेट चटका चुके हैं। उन्हें विवादों में रहना पसंद नहीं, लेकिन अगर छेड़ा गया तो वह अपने प्रदर्शन से जवाब देेने में पीछे नहीं हटते हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि मैं विवादों का लुत्फ उठाता हूं लेकिन मुझे संघर्ष करने में अच्छा लगता है और यही कारण है कि मैं यहां तक पहुंचा हूं।’

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जीत का ज्यादा जश्न नहीं मनाता
अश्विन ने कहा, 'मैं जीत का उतना जश्न नहीं मनाता जितना मुझे आदर्श रूप से मनाना चाहिए। क्योंकि मेरे लिए जीत एक घटना भर है। मैं मानता हूं कि यह योजना और अभ्यास के समावेश से मिलता है। मैं जीतने के बाद भी बैठकर सोचता हूं कि इससे बेहतर क्या हो सकता है।’