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RCB Value in 2025: क्या बिकने के बाद बदल जाएगा RCB का नाम? जानें क्यों रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को बेचने की हो रही है तैयारी

RCB Value After IPL 2025: साल 2008 में विजय माल्या की कंपनी USL ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 476 करोड़ रुपए में खरीदा था, जिसे अब यूनाइटेड स्पिरिट लिमिटेड 2 अरब डॉलर में बेचने की तैयारी कर रही है।

RCB Winning IPL 2025 (Photo- RCB )
RCB Winning IPL 2025 (Photo- RCB )

RCB Value after Winning IPL Trophy 2025: 17 साल के लंबे इंतजार के बाद आईपीएल का खिताब जीतने वाली टीम बिकने वाली है। यानी 2008 से लगातार 18 आईपीएल सीजन खेलने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को बेचने की तैयारी की जा रही है। बता दें कि साल 2008 में विजय माल्या की कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट लिमिटेड ने 476 करोड़ रुपए में खरीदा था लेकिन आईपीएल 2025 का खिताब जीतने के बाद इसकी कीमत 17 हजार करोड़ रुपए हो चुकी और डियाजियो इसे बेचने की तैयारी में जुट गई है। ब्लुमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार RCB के मालिक डियाजियो सिर्फ वाइन बिजनेस पर अपना ध्यान फोकस करना चाहते हैं। इसलिए वह आरसीबी को बेचने की तैयारी कर रहे हैं।

क्या बदलेगा नाम?

विजय माल्य के बैंकक्रप्ट होने के बाद साल 2016 में इस टीम को डियाजियो ने अक्वायर कर लिया। डियाजियो एक वैश्विक शराब कंपनी है, जिसने 2014 में USL में बहुमत हिस्सेदारी हासिल की थी। 2024 में RCB की ब्रांड वैल्यू 117 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1013 करोड़ रुपये थी और 2025 की जीत के बाद यह 17 हजार करोड़ रुपए के आसपास हो चुकी है। इस टीम का नाम पहले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर से पहले ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु हो चुका है। बेचने के बाद खरीदने वाली टीम पर निर्भर करता है कि वह इस टीम का नाम बदलती है या नहीं। हालांकि RCB की फैन फॉलोइंग और ब्रांडिंग को देखते हुए नाम बदलना सही नहीं होगा। लेकिन अगर इससे भी कोई ब्रांड वाली कंपनी RCB को खरीद लेती है तो फिर नाम बदली जा सकती है।

डियाजियो क्यों बेच सकती है RCB?

RCB के खिताब जीतने के बाद इस टीम की वैल्यू काफी बढ़ चुकी है। अगर 17 हजार करोड़ में डील होती है तो यह आईपीएल इतिहास की सबसे महंगी टीम बन जाएगी। इससे पहले 2022 में RSPL ग्रुप ने लखनऊ सुपरजायंट्स ने 7090 करोड़ में खरीदा था तो 5625 करोड़ में CVC कैपिटल ने गुजरात टाइटंस को खरीदा था। खिताबी जीत के बाद वैल्यू बढ़ने की वजह से डियाजियो मानती है कि यह टीम को बेचने का सबसे सही समय है। वे भारत में सरकार के तंबाकू और शराब के विज्ञापन पर पूरी तरह रोक से भी आहत हैं। यही वजह है कि वह खुद को आईपीएल से अलग करना चाहते हैं।

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