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सचिन तेंदुलकर के बाद शुभमन गिल ने किया ये कारनामा, 35 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में लिखी गई ये कहानी

मैनचेस्टर में खेले जा रहे भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट में टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने 238 गेंदों में 103 रन की पारी खेली और जोफ्रा आर्चर की गेंद पर जेमी स्मिथ को कैच देकर पवेलियन लौटे।

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Shubman Gill

Shubman Gill (Photo Credit -BCCI)

भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान शुभमन गिल ने ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार 103 रनों की पारी खेलकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने अपने चौथे शतक के साथ, अब एक टेस्ट सीरीज में कप्तान के रूप में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में महान डॉन ब्रैडमैन की बराबरी कर ली है। इसके साथ ही, वह कप्तान के रूप में अपनी पहली टेस्ट सीरीज में चार शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी भी बन गए हैं।

35 साल पहले किसी भारतीय ने जड़ा था शतक

शुभमन गिल ने बेन स्टोक्स की एक असमान उछाल वाली गेंद से चोटिल होने के बावजूद शानदार प्रदर्शन करते हुए ओल्ड ट्रैफर्ड में 35 साल बाद किसी भारतीय द्वारा पहला शतक बनाया। यह उपलब्धि आखिरी बार सचिन तेंदुलकर ने 1990 में हासिल की थी। गिल ने इस पारी के साथ एक ही टेस्ट सीरीज में भारत के लिए सर्वाधिक शतक लगाने के मामले में विराट कोहली और सुनील गावस्कर की बराबरी की।

यह पहली बार है जब उन्होंने शतक बनाने के लिए 200 से ज्यादा गेंदें खेली हैं। उन्होंने आज अपनी 228वीं गेंद पर तिहरे अंक हासिल किए; उनका पिछला सबसे धीमा शतक एजबेस्टन टेस्ट की पहली पारी में 199 रन पर बना था। 25 वर्षीय इस खिलाड़ी ने एजबेस्टन में दो शतकों 269 और 161 के साथ इतिहास रच दिया और टेस्ट में 430 रन बनाए, जो टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा कुल योग है।

ड्रॉ कराने की टीम इंडिया के सामने चुनौती

जोफ्रा आर्चर ने नई गेंद से शुभमन गिल की एकाग्रता तोड़ी, जिन्होंने ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर जोरदार शॉट खेला, लेकिन गेंद जेमी स्मिथ के हाथों में चली गई। गिल के आउट होने के बाद भारत के दो बाएं हाथ के बल्लेबाज रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर क्रीज पर टिके हुए हैं। उप-कप्तान ऋषभ पंत को पहली पारी में क्रिस वोक्स की यॉर्कर पर दाहिने पैर में चोट लग गई थी, इसलिए ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के सामने एक बड़ी साझेदारी बनाकर मैच ड्रॉ कराने की चुनौती है।