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वूमेंस वर्ल्डकप के फाइनल में POTM रहीं शेफाली का छलका दर्द, बताया कितना मुश्किल रहा पिछला साल

ICC Women's World Cup 2025 के खिताबी मुकाबले में 87 रन की पारी खेल टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाली शेफाली वर्मा ने अपने स्ट्रगल को लेकर बड़ा खुलासा किया है।

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Shafali verma

शेफाली वर्मा (फोटो- IANS)

आईसीसी वूमेंस क्रिकेट वर्ल्डकप 2025 के फाइनल में भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका को हराकर पहली बार खिताब जीता। इस मुकाबले में टीम इंडिया की सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने 87 रनों की शानदार पारी खेली। हालांकि शेफाली को वूमेंस वर्ल्डकप (Women's World Cup 2025) की शुरुआती टीम में जगह नहीं मिली थी लेकिन नॉकआउट मुकाबले के ठीक पहले प्रतिका रावल (Pratika Rawal) के चोटिल होने की वजह से उन्हें रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम इंडिया (Team India) में जगह मिली और शेफाली ने इस मौके का जाया नहीं जाने दिया और फाइनल में शानदार पारी खेल, टीम को विश्वविजेता बनाने में अहम भूमिका निभाई।

शेफाली वर्मा (Shafali Verma) वूमेंस वर्ल्डकप 2025 से एक साल पहले से टीम इंडिया से बाहर चल रही थीं। उनकी जगह प्रतिका रावल ही ओपनिंग कर रही थीं और जब प्रतिका चोटिल हुईं तो शेफाली को टीम में जगह मिली। ये एक साल शेफाली के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा। शेफाली ने बताया कि जब वह टीम से बाहर हुईं तो घरेलू क्रिकेट में कितना मेहनत किया। शेफाली के मेहनत का फल मिला और वर्ल्डकप 2025 की टीम से बाहर होने के बावजूद सेमीफाइनल और फाइनल खेलने का मौका मिला। उन्होंने फाइनल में 87 रन बनाए और 36 रन देकर दो विकेट भी चटकाए। शेफाली को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

वर्ल्डकप जीतने के बाद रोहतक पहुंची शेफाली के लिए अभिनंदन समारोह आयोजित हुआ, जहां उन्होंने बताया कि पिछला एक साल उनके लिए कितना मुश्किल था। उन्होंन कहा, "पिछला एक साल मेरे लिए बहुत मुश्किल था, लेकिन मैंने बहुत मेहनत की और भगवान ने मेरी कोशिशों का फल दिया।' शेफाली को फाइनल में शतक नहीं बना पाने का कोई मलाल नहीं है। उन्होंने बताया कि भारत के लिए वर्ल्डकप जीतना सबसे अहम था।

सेमीफाइनल से पहले का बताया प्लान

बता दें कि प्रतिका के चोटिल होने के बाद शेफाली सेमीफाइनल में उतरीं लेकिन कुछ खास नहीं कर पाईं। उस मुकाबले में जेमिमा रॉड्रिग्स ने 127 रन की नाबाद पारी खेली थी और ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्डकप से बाहर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपने प्लान के बारे में बात करते हुए शेफाली ने कहा, "जब मैं सेमीफाइनल से पहले भारतीय टीम का हिस्सा बनी तो मैंने सोच रखा था कि वर्ल्डकप की जीत में योगदान देना है। शुरू में मैं थोड़ा नर्वस थी लेकिन मैंने खुद को संभाला, अपनी रणनीति पर काम किया, जिससे मुझे ऑलराउंड प्रदर्शन करने में मदद मिली।"