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वो खिलाड़ी, जिसने भारत के लिए फेंका ऐतिहासिक ओवर, लेकिन इस वजह से देश छोड़ चला गया पाकिस्तान

मोहम्मद निसार पाकिस्तान जाकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के संस्थापकों में से एक बने। उन्होंने ही पाकिस्तान की पहली टीम चुनी थी, लेकिन इसके बाद राजनीति के चलते क्रिकेट प्रशासन से नाता तोड़ लिया।

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ball Hits stumps (Photo- AI Generated)

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भारतीय क्रिकेट जगत के लिए '1 अगस्त' का दिन बेहद खास रहा है। इसी दिन टीम इंडिया के दो दिग्गज खिलाड़ियों का जन्म हुआ, जिनमें से एक ने बंटवारे के बाद भारत छोड़ दिया। आइए, इनके बारे में जानते हैं। 1 अगस्त 1910 को पंजाब के होशियारपुर में जन्मे मोहम्मद निसार अपनी तेज रफ्तार गेंदबाजी से दिग्गज बल्लेबाजों के होश उड़ा देते थे। मोहम्मद निसार भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट की पहली बॉल डालने वाले गेंदबाज हैं।

निसार को भले ही अपने करियर में महज छह टेस्ट खेलने का मौका मिला, लेकिन उन्होंने 28.28 की औसत के साथ 25 शिकार करते हुए सुर्खियां बटोरीं। मोहम्मद निसार ने अपने टेस्ट करियर की 11 में से तीन पारियों में पांच या इससे अधिक विकेट निकाले। उनके फर्स्ट क्लास करियर को देखा जाए, तो दाएं हाथ के इस गेंदबाज ने 93 मुकाबलों में 17.70 की औसत के साथ 396 विकेट हासिल किए।

पाकिस्तान जाकर छोड़ा क्रिकेट

मोहम्मद निसार बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए। वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के संस्थापकों में से एक रहे। उन्होंने ही पाकिस्तान की पहली टीम चुनी थी, लेकिन इसके बाद राजनीति के चलते क्रिकेट प्रशासन से नाता तोड़ लिया। 1963 में हार्ट अटैक के चलते इस खिलाड़ी ने दुनिया को अलविदा कर दिया।

इसी दिन जन्मा एक और सितारा

एक अगस्त को ही अरुण लाल का जन्म हुआ था। 1955 में उत्तर प्रदेश में जन्मे अरुण लाल क्रिकेटर्स के परिवार से आते हैं। उनके पिता, ताऊ और चचेरे भाई भी इस खेल में नाम कमा चुके हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज अरुण लाल ने भारत के लिए 16 टेस्ट खेले, जिसमें 26.03 की औसत के साथ 729 रन बनाए। वहीं, 13 वनडे मुकाबलों में उनके नाम 122 रन दर्ज हैं।

अरुण लाल का फर्स्ट क्लास करियर बेहद शानदार रहा। उन्होंने 156 मुकाबलों में 10,421 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 43 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, 65 लिस्ट-ए मुकाबलों में उन्होंने 28.90 की औसत के साथ 1,734 रन जोड़े। अरुण लाल 1989-90 के रणजी सत्र में बंगाल की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में 189 रन की पारी खेली थी। 2019 में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल की ओर से 'लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।