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पत्रिका की ख़बर पर लगी मुहर, पढ़ें- कैसे रवि शास्त्री को फायदा पहुंचाने के लिए BCCI कर रहा नौटंकी

Ravi Shashtri को फायदा पहुंचने के लिए बीसीसीआई ने दी नियमों में ढील। एक तरफ कोच के लिए मांगे जा रहे आवेदन, दूसरी तरफ शास्त्री के लिए तैयार की जा रही जमीन।

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Manoj Sharma Sports

Jul 25, 2019

Ravi Shashri

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ( बीसीसीआई ) का कामकाज देखने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति ( सीओए ) ने हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम ( Indian cricket team ) के मुख्य कोच और सपोर्टिग स्टाफ के लिए आवेदन मांगे हैं।

वहीं, दूसरी ओर बीसीसीआई ( BCCI ) के अधिकारी पहले से ही ये मानस बनाकर बैठे हैं कि मुख्य कोच रवि शास्त्री ही इस पद बने रहने चाहिए। इस मामले में अधिकारियों का अपना मत है कि कप्तान विराट कोहली ( Virat Kohli ) और रवि शास्त्री ( Ravi Shashtri ) में अच्छा तालमेल है।

अब सवाल ये उठता है कि जब पहले से बीसीसीआई रवि शास्त्री पर मेहरबान है तो फिर नए कोच के लिए दिखावा क्यों किया जा रहा है। एक ओर तो बोर्ड नए कोच के लिए आवेदन मांग रहा है और उसी समय बोर्ड ये भी कहता है कि शास्त्री और विराट में तालमेल अच्छा है और उन्हें आगे भी साथ काम करना चाहिए।

पत्रिका ने तीन दिन पूर्व ही बीसीसीआई की नियत पर उठाया था सवालः

पत्रिका डॉट कॉम ने तीन दिन पूर्व ही ख़बर प्रकाशित कर यह बता दिया था कि बोर्ड ने नए कोच को लिए जो आवेदन मांगे हैं वह वर्तमान कोच रवि शास्त्री को फायदा पहुंचाने के लिए ही बनाए गए हैं। कहने का तात्पर्य यह है कि पूरी प्रक्रिया तो एक बहाना है, रवि शास्त्री को ही फिर से कोच बनाना है...

पूरा मामला और बीसीसीआई का झोल जानने के लिए यह ख़बर भी पढ़ेंः

..तो क्या कोच पद के लिए आवेदन मांगना बीसीसीआई का दिखावा भर है?

बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि टीम के इस बदलाव के दौर में शास्त्री और कोहली का अपने पद पर बने रहना महत्वपूर्ण है। टीम 2020 के टी-20 विश्व कप को देखते हुए युवाओं को मौका देना चाहती है।

अधिकारी ने कहा, "बदलाव के इस दौर में लंबे समय तक कुछ भी स्थाई नहीं होना चाहिए। शास्त्री और कोहली एक-दूसरे के पूरक हैं और इस सफल टीम के आधा हिस्से को बदलना सही नहीं होगा।"

अधिकारी ने कहा कि टीम में निरंतरता बनाए रखना महत्वपूर्ण था क्योंकि कोच के बदलाव का मतलब यह हो सकता है कि नए कोच खिलाड़ियों को शुरुआत से अपने तरीकों से ढालेंगे।

उन्होंने कहा, "कोच का बदलाव उस समीकरण को बिगाड़ने वाला साबित हो सकता है जो मौजूदा खिलाड़ियों को बाहर निकालने के लिए मानसिक स्थान की अनुमति देता है। अगर इस समय बदलाव किया जाता है तो यह अगले पांच वर्षों के लिए रणनीति और योजना का बदलाव होगा।"

यह भी पढ़ेंः दुनिया के सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई को भी आखिरकार झुकना ही पड़ा

बीसीसीआई ने राष्ट्रीय टीम के कोचिंग स्टाफ के लिए आवेदान मांगे हैं। टीम के मौजूदा कोच रवि शास्त्री और उनके सहयोगियों को हालांकि आवेदन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्हें इंटव्यू में सीधे प्रवेश मिलेगा।

कोच पद के लिए ये शर्तें-

मसलन मुख्य कोच पद के लिए उम्र 60 साल से कम होनी चाहिए। आवेदनकर्ता को टेस्ट खेलने वाले देश को न्यूनतम दो साल कोचिंग देने का अनुभव होना चाहिए। आवेदनकर्ता को एसोसिएट सदस्य/ए टीम/आईपीएल टीम को तीन साल कोचिंग देने का अनुभव होना चाहिए। आवेदनकर्ता को 30 टेस्ट या 50 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का अनुभव होना चाहिए।

टीम इंडिया के चीफ कोच रवि शास्त्री का 2 साल का कार्यकाल आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 ( ICC Cricket World Cup 2019 ) खत्म होने के साथ ही पूरा हो चुका है। रवि शास्त्री को बीसीसीआई ने 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भारतीय टीम के कोच पद पर नियुक्त किया था।