1) दिनेश कार्तिक
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम दिनेश कार्तिक है। शायद इस नाम को सुनकर आप हैरानी में भी नहीं पड़ेंगे। कार्तिक की प्रतिभा का इस्तेमाल टीम इंडिया में कभी नहीं किया गया। 37 साल की उम्र में कार्तिक ने टी-20 फॉर्मेट में वापसी की है। इस उम्र में खिलाड़ी रिटायरमेंट की सोचने लगते हैं। कार्तिक को अगर पहले से मौका गया होता तो शायद वो आज बहुत बड़े खिलाड़ी होते।
IPL 2022 में कार्तिक ने जबरदस्त प्रदर्शन बैंगलोर से खेलते हुए किया। एक फिनिशर के रूप में उन्होंने कई मैच जिताए। इसकी बदौलत टीम इंडिया में उनकी वापसी हुई। अब टीम इंडिया में भी एक फिनिशर का रोल वो अदा कर रहे हैं। विंडीज के खिलाफ पहले टी-20 में उन्होंने 19 गेंदो में 41 रन ठोक दिए। इसी वजह से टीम इंडिया ने 190 का स्कोर खड़ा किया।
2) अंबाती रायडू
रायडू ने कड़ी मेहनत और IPL में अच्छा प्रदर्शन कर टीम में जगह बनाई थी। ऐसा लगा था कि मिडिल ऑर्डर की जिम्मेदारी वो आराम से संभाल सकते हैं। अंबाती ने खास प्रदर्शन भी किया लेकिन इसके बाद भी उन्हें टीम से निकाल दिया गया। अंबाती ने खुद ही इसके बाद हार मान ली। शायद उन्हें मौका दिया जाता तो फिर टीम इंडिया 2019 का वर्ल्ड कप जीती होती।
टीम इंडिया के लिए रायडू ने 55 वनडे मैच खेले। इस दौरान 47.06 की औसत उनकी रही। साल 2019 में उन्होंने बढ़िया प्रदर्शन किया लेकिन उनका सलेक्शन वर्ल्ड कप टीम में नहीं किया गया। इसके बाद काफी बवाल भी हुआ था। वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की हार की वजह मिडिल ऑर्डर ही बना। शायद अंबाती होते तो बात कुछ और होती।
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3) करुन नायर
नायर का नाम शायद अब कोई नहीं लेता लेकिन अगर आप रिकॉर्ड बुक उठाकर देखेंगे तो आपको याद आ जाएगा। नायर ने दिसंबर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में तिहरा शतक लगाया था। 303 रन बनाकर वो नाबाद लौटे थे। इतनी अच्छी पारी के बाद भी उन्हें दूसरा टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला। तीन महीने बाद उन्हें मौका दिया गया लेकिन तब तक कहानी खराब हो गई।
300 रन बनाने के बाद उन्हें आगे लगातार मौका दिया जाता तो शायद वो आज टेस्ट के बहुत अच्छे बल्लेबाज होते। टीम मैनेजमेंट ने उनके साथ नाइंसाफी की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब उन्हें खेलने का मौका मिला तो 3 मैच की 4 पारियों में वो सिर्फ 54 रन बना सके।