वेंकटेश ने किया ट्वीट
वेंकटेश प्रसाद ने वीडियो शेयर करते हु ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘श्रीराम स्तुति 16वीं शताब्दी में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखित एक आरती है। यह भगवान राम के लिए एक सुंदर आह्वान है। कुछ श्लोकों को अर्थ के साथ साझाने की कोशिश कर रहा हूं।’ वीडियो में वेंकटेश ने दो श्लोक भी गाए और उनका अर्थ भी समझाया। साथ ही उन्होंने बताया कि इसे लता मंगेशकर ने भी अच्छे तरीके से गाया है। उन्होंने पहला श्लोक गाया,’श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन, हरण भवभय दारुणं, नव कंज लोचन कंज मुख, कर कंज पद कंजारुणं।’ उन्होंने इस श्लोक का अर्थ बताते हुए लिखा कि ‘हे मेरे मन कृपा करने वाले भगवान राम को याद करो, जो सभी भयों को दूर करते हैं। जिनकी आंख नए विकसित कमल के समान हैं, उनका मुंह, उनके हाथ और उनका पैर भी कमल की तरह गुलाबी है।’
वेंकटेश प्रसाद ने वीडियो शेयर करते हु ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘श्रीराम स्तुति 16वीं शताब्दी में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखित एक आरती है। यह भगवान राम के लिए एक सुंदर आह्वान है। कुछ श्लोकों को अर्थ के साथ साझाने की कोशिश कर रहा हूं।’ वीडियो में वेंकटेश ने दो श्लोक भी गाए और उनका अर्थ भी समझाया। साथ ही उन्होंने बताया कि इसे लता मंगेशकर ने भी अच्छे तरीके से गाया है। उन्होंने पहला श्लोक गाया,’श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन, हरण भवभय दारुणं, नव कंज लोचन कंज मुख, कर कंज पद कंजारुणं।’ उन्होंने इस श्लोक का अर्थ बताते हुए लिखा कि ‘हे मेरे मन कृपा करने वाले भगवान राम को याद करो, जो सभी भयों को दूर करते हैं। जिनकी आंख नए विकसित कमल के समान हैं, उनका मुंह, उनके हाथ और उनका पैर भी कमल की तरह गुलाबी है।’
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इसके बाद वेंकटेश प्रसाद ने श्रीराम स्तुति का दूसरा श्लोक गाकर सुनाया,’ कन्दर्प अगणित अमित छवि, नव नील नीरद सुन्दरं, पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि, नोमि जनक सुतावरं।’ वेंकटेश ने लोगों को इस श्लोक का अर्थ भी समझाया। उन्होंने कहा,’भगवान राम की सुदंरता असंख्य कामदेव से बढ़कर है। कामदेव प्रेम के देवता हैं। उनका रंग हल्के नीले बादल के समान है। उनके पीले वस्त्र बिजली के समान चमकते हैं। ऐसे गुणी जानकी पति श्रीराम को मैं नमस्कार करता हूं।’ वीडियो के अंत में उन्होंने एक बार फिर राम स्तुति गाते हुए सभी के सुरक्षित रहने की बात कही।
इसके बाद वेंकटेश प्रसाद ने श्रीराम स्तुति का दूसरा श्लोक गाकर सुनाया,’ कन्दर्प अगणित अमित छवि, नव नील नीरद सुन्दरं, पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि, नोमि जनक सुतावरं।’ वेंकटेश ने लोगों को इस श्लोक का अर्थ भी समझाया। उन्होंने कहा,’भगवान राम की सुदंरता असंख्य कामदेव से बढ़कर है। कामदेव प्रेम के देवता हैं। उनका रंग हल्के नीले बादल के समान है। उनके पीले वस्त्र बिजली के समान चमकते हैं। ऐसे गुणी जानकी पति श्रीराम को मैं नमस्कार करता हूं।’ वीडियो के अंत में उन्होंने एक बार फिर राम स्तुति गाते हुए सभी के सुरक्षित रहने की बात कही।