पिछले कुछ समय से नंबर चार की बल्लेबाजी भारत के लिए मैजिकल चेयर बन गया था। सीमित ओवर के क्रिकेट में इस स्थान पर कोई भी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था, लेकिन टीम में आने के बाद अय्यर ने लगातार बेहतर प्रदर्शन कर इस कमी को दूर किया है। लेकिन इस बीच अय्यर ने यह कह कर सबको चौंका दिया कि टीम इंडिया में डेब्यू करने पर उन्हें कुछ भी महसूस नहीं हुआ था। बता दें कि श्रेयस ने 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने कहा कि उन्हें डेब्यू करने पर कुछ भी महसूस नहीं हुआ था। न वह भावुक हुए थे और न ही कोई खुशी। आमतौर पर ऐसे मौके पर खिलाड़ी इसी तरह की भावनाओं से गुजरते हैं, लेकिन उन्हें ऐसा कुछ भी महसूस नहीं हुआ।
बोले, काफी पहले मिल जानी चाहिए थी टीम इंडिया में जगह
श्रेयस अय्यर ने कहा कि जब उन्हें डेब्यू कैप मिला तो उन्हें इसलिए ऐसा कुछ महसूस नहीं हुआ, क्योंकि उन्हें लगता है कि बहुत पहले ही टीम इंडिया में ये जगह मिल जानी चाहिए थी। अय्यर ने कहा कि उन्होंने रणजी के दूसरे सीजन में ही 1,300 रन बनाए थे। इसके बाद उन्हें उम्मीद थी कि उनका चयन टीम इंडिया में हो जाएगा। लेकिन उनके हाथ निराशा लगी। इसके बाद भी उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया। इसके बावजूद उन्हें काफी समय से टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया। शायद यही वजह थी कि जब उन्हें मौका मिला तो उन्हें ज्यादा खुशी नहीं हुई, क्योंकि उन्हें काफी देर से मौका मिला था।
अय्यर ने कहा कि जब टीम इंडिया में उनका चयन नहीं हुआ तो उन्होंने चयनकर्ताओं से यह जानने की कोशिश की कि आखिर इसके पीछे क्या वजह है तो उन्होंने बताया कि वह ज्यादा आक्रामक हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बल्लेबाजी के लिए इसमें कुछ बदलाव करने होंगे। इसके बाद उन्होंने अपने खेल में बदलाव किया और लंबी-लंबी पारियां खेलने लगे, तब जाकर उन्हें टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला।