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क्या हांगकांग ओपन में खिताब का सूखा खत्म कर पाएंगी पीवी सिंधु, 2025 रहा है करियर का सबसे खराब साल

सिंधु के लिए, पिछले महीने पेरिस में बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप 2025 के क्वार्टर फाइनल में पहुंचना, इस साल सीजन के पहले इंडियन ओपन के साथ-साथ किसी भी बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर में उनका सबसे शानदार प्रदर्शन था। इंडियन ओपन में अपने प्रदर्शन के बाद सिंधु बीडब्ल्यूएफ टूर पर चार बार पहले दौर से बाहर हो चुकी हैं और तीन बार अंतिम 16 में पहुंची हैं।

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भारत

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Siddharth Rai

Sep 08, 2025

दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु (Photo - BFI)

PV Sindhu, Hong Kong Open 2025: दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु मंगलवार से शुरू हो रहे हांगकांग ओपन 2025 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय टीम की अगुवाई करेंगी। आठवीं वरीयता प्राप्त सिंधु अपने पहले दौर के मैच में यूरोपीय चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता डेनमार्क की लाइन क्रिस्टोफरसन से मुकाबला करेंगी। महिला एकल के मुख्य ड्रॉ में सिंधु के साथ हमवतन अनुपमा उपाध्याय और रक्षिता रामराज भी हैं, जबकि महिला युगल वर्ग में रुतपर्णा पांडा और श्वेतपर्णा पांडा एकमात्र भारतीय जोड़ी हैं।

सिंधु के लिए, पिछले महीने पेरिस में बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप 2025 के क्वार्टर फाइनल में पहुंचना, इस साल सीजन के पहले इंडियन ओपन के साथ-साथ किसी भी बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर में उनका सबसे शानदार प्रदर्शन था। इंडियन ओपन में अपने प्रदर्शन के बाद सिंधु बीडब्ल्यूएफ टूर पर चार बार पहले दौर से बाहर हो चुकी हैं और तीन बार अंतिम 16 में पहुंची हैं।

वहीं पुरुष एकल वर्ग में लक्ष्य सेन भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे। लक्ष्य सेन का यह सीजन संघर्षपूर्ण रहा है। पुरुष एकल वर्ग में उनके साथ हमवतन एचएस प्रणय और आयुष शेट्टी भी होंगे, जो इस साल बीडब्ल्यूएफ टूर खिताब जीतने वाले एकमात्र भारतीय हैं।

पूर्व विश्व नंबर वन किदांबी श्रीकांत हांगकांग ओपन में अपने अभियान की शुरुआत क्वालीफिकेशन राउंड से करेंगे, जहां उनका सामना थारुण मन्नेपल्ली से होगा। दूसरी ओर, पुरुष युगल में भारत की चुनौती की अगुवाई सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी करेंगे।

पिछले महीने बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में आखिरी बार एक्शन में नज़र आए सात्विक-चिराग की जोड़ी ने पेरिस में सेमीफाइनल तक का सफर तय करके यह सुनिश्चित किया कि 2011 से हर संस्करण में कम से कम एक पदक जीतने का भारत का सिलसिला बरकरार रहे।

हालांकि, वे हांगकांग ओपन में अपने सेमीफाइनल की हार से उबरने के लिए बेताब होंगे, क्योंकि इस साल विश्व चैंपियनशिप सहित पांच अलग-अलग टूर्नामेंटों में उन्हें अंतिम चार में ही हार का सामना करना पड़ा है। हरिहरन अम्साकरुणन और रुबन कुमार रेथिनासबापति भी बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 टूर्नामेंट में पुरुष युगल में तथा ध्रुव कपिला-तनिषा क्रैस्टो और रोहन कपूर-रुथविका गड्डे मिश्रित युगल वर्ग में भाग लेंगे।