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129 साल पुराने क्रिकेट टूर्नामेंट का बदलेगा नाम? लोकमान्य तिलक ट्रॉफी करने का मिला सुझाव

हैरिस शील्ड टूर्नामेंट का नाम लॉर्ड जॉर्ज हैरिस के नाम पर रखा गया है, जो 1890 से 1895 तक बॉम्बे प्रेसीडेंसी के गवर्नर रहे थे। हालांकि, ऐतिहासिक दस्तावेजों के मुताबिक, लॉर्ड हैरिस की नीतियां हिंदू सांस्कृतिक उत्सवों के खिलाफ थीं।

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हैरिस शील्ड टूर्नामेंट का नाम लॉर्ड जॉर्ज हैरिस के नाम पर रखा गया है (फोटो- Twitter)

Harris Shield Trophy: शिवसेना नेता राहुल कनाल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के अध्यक्ष अजिंक्य नाइक और 'मुंबई स्कूल स्पोर्ट्स एसोसिएशन' को पत्र लिखकर प्रतिष्ठित 'हैरिस शील्ड क्रिकेट ट्रॉफी' का नाम बदलने की मांग की है। उनका कहना है कि इस टूर्नामेंट का नाम बदलकर इसे भारतीय विरासत और गर्व से जोड़ा जा सकता है।

लोकमान्य तिलक ट्रॉफी पर हो सकता है नाम

हैरिस शील्ड टूर्नामेंट का नाम लॉर्ड जॉर्ज हैरिस के नाम पर रखा गया है, जो 1890 से 1895 तक बॉम्बे प्रेसीडेंसी के गवर्नर रहे थे। हालांकि, ऐतिहासिक दस्तावेजों के मुताबिक, लॉर्ड हैरिस की नीतियां हिंदू सांस्कृतिक उत्सवों के खिलाफ थीं, जिसके कारण इस नाम पर पुनर्विचार जरूरी है। राहुल कनाल ने सुझाव दिया कि इस ट्रॉफी का नाम महान स्वतंत्रता सेनानी और सांस्कृतिक प्रतीक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के सम्मान में 'लोकमान्य तिलक ट्रॉफी' रखा जा सकता है। इसके अलावा, कोई ऐसा नाम भी चुना जा सकता है जो खेल, संस्कृति या मुंबई और महाराष्ट्र के योगदान को दर्शाए।

राहुल का मानना है कि इस बदलाव से टूर्नामेंट को भारतीय मूल्यों से जोड़ा जा सकेगा, जिससे खिलाड़ियों और समुदाय में गर्व और स्वामित्व की भावना बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि यह कदम युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़े रखने में मदद करेगा और खेल को सांस्कृतिक पहचान के साथ जोड़ेगा। पत्र में उन्होंने सभी नेताओं से इस प्रस्ताव पर विचार करने और जल्द से जल्द कार्रवाई करने की अपील की है।

हैरिस शील्ड स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट मुंबई में लंबे समय से आयोजित हो रहा है और इसे देश के सबसे बड़े स्कूली क्रिकेट टूर्नामेंट में से एक माना जाता है। राहुल की यह मांग सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गई है, जहां कई लोगों ने उनके सुझाव का समर्थन किया है, जबकि कुछ ने इसे लेकर अलग-अलग राय जताई है।