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भारत के स्टार खिलाड़ी ने किया क्रिकेट से संन्यास का ऐलान, सोशल मीडिया पर लिखा भावुक पोस्‍ट

Wriddhiman Saha Retirement: भारतीय टीम के लिए 49 मैच (40 टेस्ट और वनडे) खेल चुके रिद्धिमान साहा ने क्रिकेट से संन्‍यास का ऐलना कर दिया है। उन्‍होंने सोशल मीडिया के माध्‍यम से खुद इसकी जानकारी दी है।

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Wriddhiman Saha Retirement: दुनिया के बेहतरीन विकेटकीपरों बल्‍लेबाजों में से एक रिद्धिमान साहा ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। 40 वर्षीय साहा ने 17 साल के करियर के बाद संन्यास लेने का फैसला किया है। इस तेजतर्रार विकेटकीपर ने 2007 में बंगाल के लिए खेलते हुए अपना डेब्यू किया था और अब उन्होंने फैसला किया है कि उनका आखिरी मैच भी अपने राज्य के लिए ही होगा। रणजी ट्रॉफी 2024-25 के मौजूदा सीजन के खत्म होने के बाद साहा क्रिकेट छोड़ देंगे और अपनी दूसरी पारी का आगाज करेंगे।

साहा ने सोशल मीडिया पर लिखा भावुक पोस्‍ट

भारतीय टीम में महत्‍वपूर्ण निभा चुके रिद्धिमान साहा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि क्रिकेट में एक यादगार सफर के बाद, यह सीजन मेरा आखिरी सीजन होगा। रिटायर होने से पहले सिर्फ रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए, बंगाल का प्रतिनिधित्व करते हुए मुझे गर्व महसूस हो रहा है। आइए इस सीजन को यादगार बनाएं!

साहा की फॉर्म गिरावट

साहा नियमित क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं और आईपीएल 2024 में गुजरात टाइटन्स के साथ अपने कार्यकाल के बाद, उन्होंने पिछले महीने उत्तर प्रदेश के खिलाफ 7 महीने बाद अपना पहला मैच खेला। साहा के 6 गेंदों पर शून्य पर आउट होने से उनकी फॉर्म में गिरावट साफ देखी जा सकती है। तब से, उन्होंने शून्य गेंदों का सामना किया है और ड्रॉ या बारिश से प्रभावित मैचों में तीन कैच पकड़े हैं।

बंगाल में वापसी

बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के संयुक्त सचिव देबब्रत दास के साथ विवाद के बाद साहा 2022 में बंगाल छोड़कर त्रिपुरा चले गए थे। देबब्रत के 2 साल के कार्यकाल (2022-23) के बाद वे इस साल ही वापस लौटे हैं। बंगाल ने उन्हें सब कुछ दिया है और उन्होंने अपने राज्य के लिए भी कुछ कम नहीं किया है, इसलिए साहा को लगा कि उनके लिए अपना अंतिम मैच खेलना ही उचित है।

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धोनी और पंत के चलते नहीं मिले ज्‍यादा मौके

साहा कई विकेटकीपरों की तरह, एमएस धोनी की मौजूदगी के कारण भारतीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे। 2004 से 2019 तक धोनी की वजह से किसी को भी सीमित ओवरों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिला लेकिन टेस्ट क्रिकेट में चीजें थोड़ी अलग थीं। साहा को 2010 में पहला मौका मिला, लेकिन 2014 के अंत में धोनी के रिटायर होने तक उन्होंने सिर्फ़ एक और टेस्ट खेला। फिर उनके चमकने का समय आया। दुर्भाग्य से यह ज़्यादा समय तक नहीं चला।

2018 में ऋषभ पंत ने डेब्‍यू किया और अपने बेहतरीन बल्लेबाजी कौशल के कारण साहा से आगे निकल गए। किसी को भी संदेह नहीं था कि साहा बेहतर विकेटकीपर हैं, लेकिन आधुनिक क्रिकेट की मांग ऐसी थी कि पंत को चुना गया। पंत के पदार्पण के बाद साहा ने सिर्फ़ 8 मैच खेले, जिनमें से सिर्फ़ एक भारत के बाहर था।

भारत के लिए खेले 40 टेस्‍ट

साहा के टेस्‍ट करियर की बात करें तो उन्‍होंने भारत के लिए 40 टेस्‍ट की 56 पारियों में 29.41 के औसत से कुल 1353 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्‍ले से तीन शतक भी आए। उन्‍होंने अपना आखिरी टेस्‍ट न्‍यूजीलैंड के खिलाफ 2021 में मुंबई के वानखेड़े में खेला था। वहीं, साहा ने भारत के लिए सिर्फ 9 वनडे मैच खेले, जिनमें 13.67 के औसत से 41 रन बनाए।