12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

फिल्म गंगाजल स्टाइल में हुई ताहिर हुसैन की गिरफ्तारी, पुलिस ने कोर्ट में घुसते ही दबोचा

IB अधिकारी अंकित की हत्‍या मामले में वांछित आरोपी ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) कोर्ट पहुंचते ही धरा सरेंडर अर्जी में ताहिर हुसैन ने दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) पर लगाया दबाव में काम करने का आरोप

2 min read
Google source verification
a.png

नई दिल्‍ली। दिल्ली हिंसा के दौरान खुफिया ब्यूरो ( IB ) के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के कथित आरोपी और आम आदमी पार्टी ( AAP ) के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है।

आपको बता दें कि दिल्ली दंगों का एक अहम आरोपी ताहिर हुसैन गुरुवार दोपहर बाद भेष बदलकर राउस एवेन्यू कोर्ट की पार्किंग में घुसा और उसके बाद उसने जज के सामने जाकर सरेंडर करने की कोशिश की लेकिन जैसे ही ताहिर हुसैन राउस एवेन्यू कोर्ट की बिल्डिंग में घुसने की कोशिश कर रहा था, वहां पहले से ही मौजूद क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे खींच लिया और कोर्ट के दूसरे हिस्से में ले गई जहां उसकी आईडेंटिटी चेक की गई और उसे गिरफ्तार किया गया इसके बाद उसे फौरन विशेष अदालत में पेश किया गया जहां ताहिर चिल्ला चिल्ला कर सरेंडर करने की बात कहता रहा लेकिन अदालत ने उसकी सरेंडर वाली बात को खारिज कर दिया।

Coronavirus: CM केजरीवाल होली मिलन समारोह में नहीं होंगे शामिल, राष्ट्रपति भवन में भी नहीं उड़ेगा गुलाल

सुनवाई चल ही रही थी, तभी क्राइम ब्रांच के अधिकारी मौके पर पहुंचे। दिल्ली हिंसा के दौरान हत्या के एक मामले में निलंबित आम आदमी पार्टी के पार्षद हुसैन फरार चल रहे थे।

उन पर हिंसा के दौरान हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।

एक उच्च पदस्थ पुलिस सूत्र ने बुधवार को बताया कि नया मामला खजूरी खास पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है।

दिल्ली हिंसा के दौरान गोली से घायल हुए शिकायतकर्ता ने प्राथमिकी में कहा है कि हुसैन उन उपद्रवियों में शामिल था, जिन्होंने उस पर गोलियां चलाई थीं।

जम्मू-कश्मीर में सोशल मीडिया से हटी पाबंदी, हाई स्पीड इंटरनेट पर प्रतिबंध 17 मार्च तक

कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली सरकार का बड़ा कदम, राज्यस्तरीय टास्क फोर्स का किया गठन

हालांकि, पूर्वोत्तर जिले के डीसीपी वेद प्रकाश सूर्या और संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार से इस संबंध में कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।