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कर्नाटक: पैगंबर मोहम्मद पर लेख लिखवाना हेडमास्टर को पड़ा महंगा, पहले लोगों ने की पिटाई, अब विभाग ने किया सस्पेंड

कर्नाटक से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक सरकारी हाई स्कूल के हेडमास्टर को पैगंबर मोहम्मद पर निबंध लिखवाना भारी पड़ गया। बहले तो कुछ लोगों ने उनकी पिटाई कर दी और अब उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।

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Headmaster suspended who heckled by some people over essay competition on Prophet Muhammad

पैगंबर मोहम्मद पर निबंध लिखवाना एक स्कूल के हेडमास्टर को काफी महंगा पड़ गया। पहले तो कुछ लोगों ने हेडमास्टर की पिटाई कर दी और अब जांच के बाद हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। यह मामला कर्नाटक का है। बताया गया कि सरकारी स्कूल के हेडमास्टर ने बच्चों को पैगंबर मोहम्मद पर निबंध लिखने को कहा था। इसकी जानकारी स्कूल से बाहर पहुंची, फिर श्री राम सेना से जुड़े कुछ लोग स्कूल पहुंचे और हेडमास्टर से बदसलूकी करते हुए उनकी पिटाई भी कर दी।

अब आज एडिशन कमिश्नर के आदेश पर हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। एक समाचार एजेंसी ने इस बात की जानकारी दी। जानकारी के अनुसार कर्नाटक के गडग जिले के नागवी गांव में स्थित सरकारी हाई स्कूल के प्रधानाध्यपाक अब्दुल मुनफर बीजापुर ने मंगलवार को स्कूली छात्रों को पैगंबर मोहम्मद पर निबंध लिखने को कहा था। इस बात की जानकारी बाहर फैलते ही श्री राम सेना के कई सदस्य स्कूल पहुंच गए और हेडमास्टर से बदसलूकी करते हुए उनकी पिटाई की।


सामाजिक सौहार्द से जुड़ा मामला होने के कारण प्रशासन तुरंत इस मामले में एक्टिव हुआ। पुलिस के जवान के साथ-साथ शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मामले की जांच के लिए पहुंचे। इसके बाद आज हेडमास्टर को सस्पेंड किए जाने की बात सामने आई है। हेडमास्टर को पीटने वाले श्री राम सेना के कार्यकर्ताओं ने प्रधानाध्यापक पर छात्रों का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया।

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श्री राम सेना के राजू खानप्पनवर ने कहा कि हमलोग हेडमास्टर से सवाल करने गए थे, क्योंकि निबंध प्रतियोगिता केवल पैगंबर मोहम्मद पर थी। उन्होंने कहा, "हेडमास्टर का दावा है कि कोई व्यक्ति स्कूल आया और विजेता के लिए 5,000 रुपये की पेशकश की और वह अनुमति देने के लिए तैयार हो गया। एक शिक्षक के रूप में उन्हें किसी एक धर्म का प्रचार नहीं करने देना चाहिए। वह युवा दिमागों में इस्लाम को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।


इधर पीड़ित हेडमास्टर अब्दुल मुनफर बीजापुर ने कहा कि मैं 28 वर्ष से बच्चों को पढ़ा रहा हूं। पिछले तीन सालों से इस स्कूल में हूं। हमने हिंदू हस्तियों और अन्य लोगों से संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने के सभी रिकॉर्ड बनाए हैं। मेरे साथ काम करने वाले सात शिक्षक हैं और सौभाग्य से वे मेरे बचाव में आए। धर्म परिवर्तन संबंधी मुझपर लगाए गए आरोप गलत है।


हेडमास्टर ने बताया कि हर महीने स्कूल में कम से कम एक या दो इवेंट होते हैं, जिसमें हम प्रतियोगिताएं आयोजित करते हैं। निबंध प्रतियोगिताएं छात्रों को इन व्यक्तित्वों से परिचित कराने और उनकी लिखावट में सुधार करने में मदद करने के लिए आयोजित की जाती हैं। उन्होंने साफ कहा कि पैगंबर पर निबंध लिखवाने का मकसद यही था।

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