ओडिशा के ढेंकनाल में दर्दनाक हादसा, दीवार ढहने से चार लोगों की मौत
क्या है मामला
धोखाधड़ी के शिकार युवक का नाम समीर राव है। वह सब्जी मंडी इलाके में रहते हैं और अस्पताल में लैब टेक्निशन का काम करते हैं। समीर के मुताबिक् अप्रैल 2019 में उन्होंने क्विकर ऐप पर एक सेकेंड हैंड मोबाइल देखा था। उसकी कीमत 3 हजार रुपए थी। वे उस मोबाइल को खरीदना चाहते थे। उन्होंने उसे खरीदने के लिए फोन बेचने वाले को पहले मैसेज किया। इसके बाद बायर ने समीर को फोन किया।
पीड़ित ने बताया कि दोनों ठगों ने उन्हें फोन खरीदने के लिए एनओसी लेने को कहा और इसके लिए कुछ पैसे जमा कराने की बात कही। पीड़ित समीर उनकी बातों में आ गए और उन्होंने शुरुआती रकम जमा करा दी। लेकिन इसके बाद ठगों ने उनसे रजिस्ट्रेशन और सिक्योरिटी के नाम पर कई बार पैसे मांगे। समीर ठगों की बात मानते हुए पैसे देते रहे।
2 महीने तक चलता रहा ठगी का खेल
धोखाधड़ी का यह खेल करीब 2 महीने तक चलता रहा। दोनों ठग समीर से और पैसे की मांग करने लगे। तब पीड़ित ने पैसे ना होने की बात कही और पहले दिए अपने पैसे मांगे। लेकिन आरोपियों ने कहा कि पूरी प्रक्रिया होने के बाद ही पैसे मिलेंगे नहीं तो रकम वापस नहीं होगी। आगे की प्रक्रिया के लिए पैसे देने होंगे नहीं तो सारे पैसे फंड में जमा हो जाएंगे। बार-बार मांगने पर भी पैसे ना मिलने पर समीर को ठगे जाने का एहसास हुआ, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। समीर की बात सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। समीर तीन हजार के फोन के लिए करीब 7 लाख रुपए की ठगी का शिकार हो गए।
पुलिस कर रही है जांच
बता दें कि पीड़ित ने ये सभी पैसे ऑनलाइन पेंमेंट के जरिए आरोपियों को दिए थे। फिलहाल अभी पुलिस ने ठगी का केस दर्ज कर लिया है और मामले की शुरुआती जांच कर रही है। पुलिस इस मामले में साइबक क्राइम टीम की भी मदद ले रही है।