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मुंबई पुलिस के अनुसार शव की पहचान विरार स्थित एमडी इस्टेट निसासी 32 वर्षीय योगेश रावत के रूप में हुई है। दरअसल, पुलिस ने शव की पहचान के लिए उसकी 29 वर्षीय अश्विनी को बुलाया था। इस दौरान जब पुलिस ने अश्विनी के साथ पूछताछ की तो अश्विनी शक के घेरे में आ गई। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उससे पूछताछ की तो पूरो मामले से खुलासा हो गया। अश्विनी ने बताया कि उसने अपनी प्रेमी अर्जुन के साथ मिलकर पति योगेश की हत्या की है। पुलिस जानकारी के अनुसार अर्जुन उसी कॉलोनी में रहता है, जिसमे अश्विनी अपने पति योगेश के साथ रहती थी। इस बीच उसका अर्जुन के साथ प्रेम प्रंसग शुरू हो गया। इस बात की भनक जब योगेश को चली तो उसने इसका विरोध किया।
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योगेश को इस बात की जानकारी लगाने के बाद अश्विनी और योगेश का मिलना मुश्किल हो गया था। जिसके चलते दोनों ने योगेश को अपने रास्ते से हाटने की याजना बनाई। इसके लिए अर्जुन राज ने फैजान और जावेद नाम के दो लोगों से संपर्क किया। यही नहीं इस मामले में अश्विनी ने भी प्रेमी अर्जुन का पूरा साथ दिया। उसने इस काम के लिए अर्जुन को 1.5 लाख रुपए भी दिए। योजना के तहत घटना वाली रात जब योगेश सो गया तो अश्विनी ने घर का दरवाजा अंदर से खोल दिया। मौका देकर फैजान व जावेद अर्जुन के साथ घर में घुस आए। इस दौरान तीनों आरोपियों ने योगेश के सिर पर धारदार हथियार से वार कर उसको मौत के घाट उतार दिया। वहीं, अश्विनी ने अपने दुपट्टे से योगेश का गला घोंट दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी योगेश को शव स्कूटर पर रख उसको ठिकाने लगाने के लिए निकले। तभी पुलिस ने उनको देख लिया। घटना का खुलासा होने के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।