पति को छोड़ 15 साल से लिव इन में रह रही थी महिला
मामले का खुलासा करते हुए दक्षिण-पूर्व जोन के डीसीपी रूपेश चेन्नुरी ने कहा कि पुलिस ने शेयर बाजार में ऑनलाइन ट्रेडिंग करने वाले अविवाहित बी. चंद्र मोहन को लिव इन पार्टनर यारम अनुराधा रेड्डी की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है। 55 वर्षीय आरोपी बी. चंद्र मोहन के 48 साल की यारम अनुराधा रेड्डी के साथ पिछले 15 साल से अवैध संबंध थे।
ब्याज पर पैसा देती थी महिला, लिव इन पार्टनर ने भी लिए थे 7 लाख रुपए
यारम अनुराधा रेड्डी काफी समय पहले अपने पति से अलग होकर दिलसुखनगर स्थित चैतन्यपुरी कॉलोनी में रह रही थी। चैतन्यपुरी में आरोपी बी. चंद्र मोहन का घर है। यहीं अनुराधा उसके साथ रह रही थी। पुलिस ने बताया कि महिला 2018 से ब्याज पर जरूरतमंदों को पैसा उधार देती थी। उनके बीच मतभेद तब पैदा हुए, जब मोहन ने उससे ऑनलाइन व्यापार करने के लिए लगभग 7 लाख रुपये लिए थे।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस की पीसी
पैसा चुकाने में विफल होने पर रची हत्या की साजिश
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 7 लाख रुपए देने के लिए अनुराधा बार-बार उसपर दवाब बना रही थी। उसके बार-बार अनुरोध के बावजूद वह चुकाने में विफल रहा। जब महिला ने उस पर पैसों के लिए दवाब बनाया तो वह उससे रंजिश रखने लगा और उसे जान से मारने की योजना बनाई। 12 मई को आरोपी ने अनुराधा के साथ झगड़ा किया और उस पर चाकू से हमला कर दिया। उसने सीने और पेट पर चाकू से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई।
पत्थर काटने वाली मशीन से किए लाश के टुकड़े
अनुराधा की हत्या करने के बाद आरोपी ने शव को टुकड़ों में काटकर ठिकाने लगाने के लिए पत्थर काटने की दो छोटी मशीनें खरीदीं। उसने धड़ से सिर काटकर काले पॉलीथिन के कवर में रख दिया। फिर उसने टांगों और हाथों को धड़ से अलग किया, टांगों और हाथों को रेफ्रिजरेटर में रख दिया और डिस्पोजल के लिए धड़ को एक सूटकेस में रख दिया।
लिवइन पार्टनर अनुराधा की हत्या का आरोपी बी. चंद्र मोहन
लाश के दुर्गंध को छिपाने के लिए इत्र का किया इस्तेमाल
इसके बाद आरोपी ने पीड़िता के पैर और हाथ अपने घर के एक रेफ्रिजरेटर (फ्रीज) में रख दिए थे। घर में लाश से उठने वाले दुर्गंध से बचने के लिए उस पर इत्र का छिड़काव किया था। पुलिस को मामले की भनक तक लगी जब 17 मई को शहर में मुसी नदी के पास एक कटा हुआ सिर मिला था। बाद में इस मामले की जांच में पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया।
नर्स का काम करती थी महिला, पैसे के विवाद में लिव इन पार्टनर ने ली जान
दक्षिण-पूर्व जोन के डीसीपी रूपेश चेन्नुरी ने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने पूछताछ में अपना अपराध कबूल किया है। अब पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। पुलिस ने यह भी बताया कि महिला के पति का निधन हो गया था, जिसके बाद उसने एक अस्पताल में नर्स के रूप में काम भी किया। इसी दौरान वह आरोपी चंद्र मोहन के करीब आई। फिर दोनों दिलसुखनगर स्थित चैतन्यपुरी कॉलोनी में साथ रहने लगे। जहां पैसे के विवाद में आरोपी ने महिला के साथ दरिंदगी की हदें पार की।
यह भी पढ़ें – श्रद्धा मर्डर केसः आफताब पूनावाला को झटका, हत्या और सबूत मिटाने का आरोप तय