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मुल्क के मौजूदा हालात को देखकर पहली बार मुस्लिम समाज को एक छत के नीचे लाने कवायद

मसले को लेकर जमाअत ए इस्लामी हिन्द के मर्कजी सेक्रेट्री मौलाना वलीउल्लाह सईदी फलाही भिलाई पहुंचे।

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भिलाई

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Dakshi Sahu

Feb 04, 2018

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भिलाई. मुस्लिम समाज में अलग-अलग मसलक के लोगों को एक छत के नीचे लाने कवायद की जा रही है। इस मसले को लेकर जमाअत ए इस्लामी हिन्द के मर्कजी सेक्रेट्री मौलाना वलीउल्लाह सईदी फलाही भिलाई पहुंचे। बीएमवाय चरोदा की मस्जिद हन्फिया में उन्होंने तकरीक की। इसके बाद रायपुर के सिविल लाइंस स्थित वृंदावन हॉल में कार्यक्रम हुआ। दोनों ही स्थानों पर राजनीतिक दलों में समाज की रहबरी कर रहे नेताओं पर तंज कसा। वहीं मुस्लिम समाज के तमाम मसलकों को एक होने आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के सफी मसलकों में ९८ फीसदी बातें एक जैसी है।

महज २ फीसदी बातों पर टकराव
महज २ फीसदी बातों पर टकराव है। अलग-अलग मसलकों की तरफ से शीर्ष में बैठे व स्थानीय स्तर पर नेतृत्व करने वाले अमीर अगर टकराव की बातों को अलग कर ९८ फीसदी एक जैसी बातों को लेकर एक साथबैठें तो दूरियां खत्म हो सकती है। मौजूदा हालात में अधिक समय तक यह बिखराव समाज को कमजोर करने का काम करेगा।

मुल्क में मौजूदा हालात
उन्होंने मुल्क में मौजूदा हालात पर बयान करते हुए कहा कि हुजुरू सल्लालाहु अलैही वसल्लम ने सारे इंसान को एक माना है।सभी आदम व हव्वा की औलाद हैं। इस स्थिति में धर्म के आधार पर बांटने का काम इस्लाम नहीं सिखाता। अपने किरदार को बेहतर बनाए, ताकि देखने वालों को मालूम हो सके कि इस्लाम क्या है।

सच्चाई की ओर बढ़ रहा हर मुल्क
उन्होंने कहा कि चाहे जर्मनी हो या फ्रांस हर देशसच्चाई की ओर बढ़ रहा है। लंबे समय तक सच्चाई को छुपाया नहीं जा सकता। भारत में रहने वाले हर इंसान का दिल मोम की तरह है। यहां की यह खासियत है कि जो इंसान अच्छा काम करता है, उसे लोग गले लगा लेते हैं। अगर मुस्लिम बेहतर काम करेंगे, तो उसे हर व्यक्ति गले लगा लेगा।

मुस्लिमों की नहीं बने आवाज
उन्होंने कहा कि हर राजनीतिक दलों में एक-एक मुस्लिम चेहरे नजर आते हैं।वे समाज का अगुवा होने के नाम पर पद से लेकर पैसा हर चीज कमा लेते हैं, लेकिन समाज की आवाज नहीं बन पाते। ऐसे लोग असल में समाज के नहीं अपने परिवार के अगुवा हैं।