भीलवाड़ा।
वस्त्रनगरी की लाइफ लाइन मेजा बांध व मेवाड़ की गंगा बनास नदी से चोरी के पानी से खेती लहलहा रही है। कई हैक्टेयर में किसानों ने फसलें बो रखी है। इसके लिए पानी बांध व बनास से चुरा रहे हैं और जल संसाधन महकमा चुप बैठा है। पूरे क्षेत्र में जनरेटर सेट लगा दूर-दूर तक पानी ले जाया जा रहा है। इससे बांध का पानी कम हो रहा है तो भूमिगत जल स्तर भी घट रहा है।
खासबात यह है कि नदी, बांध व तालाबों से पानी की चोरी रोकने के लिए सख्त निर्देश प्रशासन ने जारी किए थे लेकिन चोरी रोकना तो दूर नदीं, बांध व तालाबों से खुलेआम पानी चोरी कर खेती की जा रही है। काश्तकार अपनी फसल की पिलाई के लिए रात को इंजन या अन्य स्रोत के माध्यम से पानी का अवैध रूप से दोहन करते हैं। कहने को यहां जलदाय विभाग के कर्मचारी लगे हुए हैं लेकिन पानी की चोरी रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं करता। एेसा हर साल होता है। बांध्ा व नदी से दूर दूर तक पाइप के जरिए पानी ले जा रहे हैं। अधिकारी जानकारी भी अनजान बने हुए हैं।