पंजाब पुलिस ( Punjab Police ) आरोपित की कई महीनों से तलाश में जुटी थी। इसके लिए कई बार सर्च ऑपरेशन ( Search Operation ) भी चलाए जा चुके थे। लॉकडाउन के तीसरे चरण के 6वें दिन पुलिस और एनआईए को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।
मौसम को लेकर जारी हुई सबसे बड़ी चेतावनी, अगले 24 घंटों में कई राज्यों में भारी बारिश के बीच चक्रवाती तूफान अंफन देगा दस्तक पुलिस के मुातबिक चीता सिरसा के एक गांव में छिपा हुआ था। सूचना मिलते ही पंजाब व हरियाणा पुलिस ने उसकी गिरफ्तार की ऑपरेशन शुरू किया। चीतो को पकड़ने के लिए इन्होंने जाल बिछाया और शनिवार तड़के चीता पुलिस के शिकंजे में था।
आपको बतादें कि पिछले साल जून माह के दौरान अटारी सीमा से 532 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई थी। यह हेरोइन पाकिस्तान ( Pakistan ) से नमक की थैलियों के साथ रखकर भारत में पहुंचाई गई थी।
इस मामले की जांच एनआईए द्वारा की जा रही थी। जांच के दौरान कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एनआईए को इस मामले में रणजीत सिंह उर्फ राणा उर्फ चीता की तलाश थी।
एनआईए इस मामले में चार्जशीट भी फाइल कर चुकी थी। इसी दौरान एनआईए को सूचना मिली कि चीता हरियाणा के सिरसा जिला के गांव बेगू में रुका हुआ है। जिसके चलते एनआईए ने पंजाब व हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर शनिवार की सुबह बेगू में घेराबंदी करके रणजीत सिंह चीता को गिरफ्तार कर लिया।
लॉकडाउन के बीच मोदी सरकरा पर बरसे शिवसेना सांसद, फैसलों को लेकर दिखाया आईना चीता मूलरूप से अमृतसर जिला का रहने वाले है। पुलिस ने आज सुबह जब चीता को गिरफ्तार किया तो उसका भाई गगन भी उसके साथ था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इनके गैंगस्टरोंं से भी जुड़े होने का संदेह जता रही है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हेरोइन पकड़े जाने के कुछ दिन बाद ही रणजीत सिंह सिरसा के गांव बेगू में किरायेदार के रूप में रह रहा था। नशा तस्कर रंजीत सिंह उर्फ चीता देश के बड़े नशा तस्करों में शामिल है।
इनके पकड़े जाने के बाद पुलिस को नशा तस्करी के बड़े गिरोह के भंडाफोड़ होने की उम्मीद है। पुलिस पूछताछ में इस संबंध में बड़ा खुलासा हो सकता है।