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‘रेप सिर्फ 11 मिनट हुआ और महिला घायल भी नहीं हुई’ इस तर्क के साथ महिला जज ने कम कर दी दोषी की सजा

बलात्कार पिछले साल फरवरी में एक नाइट क्लब में हुआ था। पीडि़ता के साथ 33 वर्षीय दोषी और उसके 17 वर्षीय किशोर साथी ने रेप किया था। कोर्ट ने पीडि़त महिला और दोषियों की पहचान उजागर नहीं की है।
 

Aug 10, 2021 / 01:23 pm

Ashutosh Pathak

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नई दिल्ली।

बीते रविवार को सैंकड़ों लोगों ने स्विस कोर्ट के एक फैसले से नाराज होकर विरोध-प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन कोर्ट परिसर के बहार था और उस फैसले के खिलाफ था, जो यहां की एक महिला जज ने गत माह जुलाई में दिया था। इस फैसले में महिला जज ने अजीब तर्क देते हुए एक बलात्कारी की सजा को कम कर दिया था। हालांकि, लिखित फैसला अभी प्रकाशित नहीं हुआ है और कोर्ट ने कहा है कि इसे जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा।
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महिला जज ने अपने फैसले में कहा कि रेप की घटना केवल 11 मिनट तक चली और पीडि़ता गंभीर रूप से घायल नहीं हुई। इसके बाद जज ने 33 वर्षीय दोषी की सजा को चार साल तीन महीने से घटाकर तीन साल कर दिया था। इस फैसले में जज ने यह भी कहा कि रेप पीडि़ता ने कुछ संकेत भी दिए थे। कोर्ट के प्रवक्ता ने जज के उस बयान को और स्पष्ट करने से इनकार कर दिया।
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बलात्कार पिछले साल फरवरी में एक नाइट क्लब में हुआ था। पीडि़ता के साथ 33 वर्षीय दोषी और उसके 17 वर्षीय किशोर साथी ने रेप किया था। कोर्ट ने पीडि़त महिला और दोषियों की पहचान उजागर नहीं की है। पीडि़त महिला के वकील ने कहा कि वह अपीलीय अदालत के फैसले से हैरान है।
महिला के मुताबिक, यह फैसला उन दोनों दोषियों को आंशिक रूप से दोषी ठहराता है। वहीं, कोर्ट ने कहा कि जज ने पिछले महीने जुलाई में फैसले का ऐलान किया था, मगर एक लिखित फैसला जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा। मगर कोर्ट के फैसले के बाद लोगों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

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