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पाकिस्तान जिंदाबाद केस : सबूत नहीं मिलने प आरोपी को मिली जमानत, कहा- साजिश कर फंसाया गया

जमानत पर छूटने के बाद आबिद ने बताया कि उसे साजिश के तहत फंसाया गया था। मात्र इस वजह से उसे 65 दिन जेल में अपमान भरा जीवन जीना पड़ा।

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पाकिस्तान जिंदाबाद केस : सबूत नहीं मिलने प आरोपी को मिली जमानत, कहा- साजिश कर फंसाया गया

पाकिस्तान जिंदाबाद केस : सबूत नहीं मिलने प आरोपी को मिली जमानत, कहा- साजिश कर फंसाया गया

अररिया : बिहार के अररिया लोकसभा उपचुनाव में आरजेडी उम्मीदवार सरफराज आलम की जीत के बाद मने जश्न में कथित तौर पर पाकिस्‍तान जिंदाबाद के नारे लगे थे। इस आशय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी दिन तक वायरल रहा था। इस वीडियो के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी आबिद रजा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। 65 दिनों तक जेल में रहने के बाद अब उसे जमानत मिल गई है। बता दें कि इस मामले में अब भी दो आरोपी जेल में हैं।

आबिद ने कहा, साजिश के तहत फंसाया गया
आबिद को अदालत ने अब जमानत दे दी है। उसके खिलाफ किसी तरह का कोई भी सबूत पुलिस अदालत में पेश करने में नाकाम रही। जमानत पर छूटने के बाद आबिद ने बताया कि उसे साजिश के तहत फंसाया गया था। मात्र इस वजह से उसे 65 दिन जेल में अपमान भरा जीवन जीना पड़ा। यहां तक कि कैदी भी उससे नफरत करते थे और उसे आतंकवादी कह कर बुलाते थे। इस दौरान उसे गहरी मानसिक प्रताड़ना से गुजरना पड़ा। उसने जेल में जिस तरह का जीवन जिया उसे सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं। आबिद ने कहा कि इन 65 दिनों में उसे खून का घूंट पीकर वक्‍त गुजारना पड़ा। व़ह भी तब, जबकि वह आतंकवादी नहीं, देशभक्त है।

परिवार का जीना भी हो गया था मुहाल
आबिद ने बताया कि जेल में कैदी जब आतंकवादी कहते तो उसकी मनोदशा बिगड़ जाती थी. इतना ही नहीं, उसके साथ-साथ उसके पूरे परिवार को भी समाज में अपमान झेलना पड़ा।

अदालत का किया शुक्रिया अदा
बता दें कि 31 मार्च को आबिद ने अररिया कोर्ट में किया था। इसके 65 दिन बाद भी पुलिस उसके खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं कर सकी। तब जाकर अदालत ने उसे जमानत दे दी। आबिद ने अदालत का का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि वह बेकसूर होने के बावजूद वह जेल गया था। वह अपने जीवन में पहले कभी जेल नहीं गया है। उसने यह भी कहा कि जेल में बंद उसके दोनों साथी भी जल्द ही बाहर आ जाएंगे।

मां को बेटे के हिंदुस्‍तानी होने पर है गर्व
आबिद की मां आशिम परवीन उर्फ लवली नवाब ने बताया कि उनका बेटा हिंदुस्तानी है। हमने अपने बच्चों को ऐसे संस्कार नहीं दिए। 65 दिनों का समय उनके लिए पहाड़-सा रहा। हां, ऊपर वाले पर भरोसा बना रहा। हमें न्याय भी मिला।