scriptआस्था का सौदा : ई-कॉमर्स साइट पर बेच रहे थे गोवर्धन पर्वत की शिलाएं | stones of Govardhan Parvat were sold on the e-commerce site | Patrika News

आस्था का सौदा : ई-कॉमर्स साइट पर बेच रहे थे गोवर्धन पर्वत की शिलाएं

locationनई दिल्लीPublished: Feb 09, 2021 10:40:19 pm

– इंडिया मार्ट के सीईओ समेत तीन गिरफ्तार
– दावा किया गया कि ये शिलाएं प्राकृतिक हैं।

आस्था का सौदा : ई-कॉमर्स साइट पर बेच रहे थे गोवर्धन पर्वत की शिलाएं

आस्था का सौदा : ई-कॉमर्स साइट पर बेच रहे थे गोवर्धन पर्वत की शिलाएं

मथुरा। ई-कॉमर्स साइट्स पर आ स्था का भी कारोबार चल रहा है। कुछ लोगों ने मथुरा के गोवर्धन पर्वत की शिलाओं की ऑनलाइन बिक्री शुरू कर दी। मामला सामने आने के बाद ऑनलाइन कंपनी इंडिया मार्ट के सीईओ दिनेश अग्रवाल, कंपनी के को-फाउंडर ब्रजेश और सप्लायर अंकुर अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया है।

इंडिया मार्ट की वेबसाइट पर गोवर्धन पर्वत की शिला को ऑनलाइन बेचने का विज्ञापन दिया गया। दावा किया गया कि ये शिलाएं प्राकृतिक हैं। वेबसाइट पर एक शिला की कीमत 5,175 रुपए बताई गई। वेबसाइट पर चेन्नई की एक फर्म के पते के साथ बेचने वाली फर्म और दुकान का भी पता डाला गया। मथुरा के सामाजिक कार्यकर्ता केशव मुखिया की शिकायत पर गोवर्धन पुलिस स्टेशन में इंडिया मार्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में इसी पुलिस स्टेशन में दस और शिकायतें दर्ज थीं। इन्हें एक साथ जोड़कर जांच की जा रही है।

अंगुली पर उठाया था श्रीकृष्ण ने-
गोवर्धन पर्वत का संबंध भगवान श्रीकृष्ण से है। मान्यता है कि इसे अपनी अंगुली पर उठाकर उन्होंने ब्रज वासियों की इंद्र के प्रकोप से रक्षा की थी। दीपावली के मौके पर गोवर्धन पूजा का विशेष महत्त्व है। मथुरा में गोवर्धन पर्वत को हिंदुओं का पवित्र स्थान माना जाता है। पर्वत की तलहटी से शिलाओं को बाहर ले जाना मना है।

लोगों में आक्रोश, कड़ी कार्रवाई की मांग-
शिलाओं के ऑनलाइन कारोबार से आक्रोशित लोगों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मथुरा के संत सिया राम बाबा ने कहा, गोवर्धन का व्यापार करना देवता के क्रोध को आमंत्रित करना होगा। निर्मोही अखाड़े के प्रवक्ता सीताराम बाबा ने वेवसाइट को बैन करने की मांग की है।

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