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Delhi Suicide Case: ‘कमरे में घुसने के बाद लाइटर न जलाएं’ दीवार पर लिखकर मां-बेटियों ने दी जान, एक साल पहले कोरोना से हुई थी CA पति की मौत

Delhi Suicide Case: दिल्ली के पॉश इलाकों में शुमार वसंत विहार स्थित एक फ्लैट से बीमार मां और दो जवान बेटी सहित तीन महिलाओं का शव बरामद किया गया है। शुरुआती जांच में इन तीनों ने सुसाइड की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि कोरोना से परिवार के मुखिया की मौत के बाद से ये लोग काफी परेशान थे।

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Three Family Member Committed suicide After write a Wall Note in delhi

Delhi Suicide Case: कोरोना का कहर अब लगभग समाप्त हो चुका है। लेकिन कोविड की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों की स्थिति अभी भी काफी खराब है। दिल्ली के पॉश इलाकों में शुमार वसंत विहार के एक फ्लैट में शनिवार रात मां और दो बेटियों ने सुसाइड कर लिया। इस दिनों की कहानी ने कोरोना काल की भयानक यादों को फिर से ताजा कर दिया है।

दरअसल पिछले साल इस परिवार के मुखिया की कोरोना से मौत हो गई थी। जिसके बाद से यह परिवार तंगहाली में जी रहा था। आलम यह था कि ये लोग बीमार मां का इलाज तक नहीं करा पा रहे थे। ऐसे में बीमार मां उनकी दो बेटियों ने एक साथ जान दे दी। खुदकुशी से पहले इन दिनों दीवार पर एक लाइन लिखी कि कमरे में घुसने के बाद लाइटर नहीं जलाएं। मां-बेटियों की इस बेरहम विदाई ने क्रुर कोरोना के भयावह मंजरों की यादें ताजा कर दी।

कमरे में घुसते ही कोई लाइटर जलाता तो लग जाती आग-

शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि मां-बेटियों ने फ्लैट को चारों तरफ से बंद कर सुलठती अंगीठी में कोई रासायनिक पदार्थ छोड़ दिया था। जिसके बाद दम घुटने से तीनों की मौत हो गई। रासायनिक पदार्थ ज्वलनशील था। ऐसे में यदि कोई कमरे में प्रवेश करते ही लाइटर जलाता तो यह संभव था कि पूरे कमरे में आग लग जाती, इस कारण मरने से पहले बेटियों ने कमरे के दीवार पर यह लिख दिया।

एक साल पहले परिवार के मुखिया की हुई थी मौत-

मृतकों की पहचान अंजू और उनकी दो बेटियां अंशिका और अंकू के रूप में हुई है। अंशिका और अंकू की उम्र करीब 30 साल बताई जा रही है। जबकि अंजू सीनियर सिटीजन थी। पड़ोसियों ने बताया कि इस परिवार के मुखिया सीए थे, जिनकी पिछले साल कोरोना से मौत हो गई थी।

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इस परिवार के पास दो फ्लैट, दूसरा काफी दिनों से था खाली-

बताया जाता है कि इस परिवार के पास वसंत विहार में दो फ्लैट थे। फ्लैट नंबर 207 में मां-बेटियां रहती थी। जबकि दूसरा फ्लैट किराए पर ले रखा था, जो कोरोना के कारण लंबे समय से खाली था। ऐसे में पिता की मौत के बाद बीमार मां का इलाज करा पाने में दोनों बेटियां सक्षम नहीं थी। ऐसे में तीनों ने एक साथ सुसाइड कर लिया।

फ्लैट में काम करने वाली महिला ने पड़ोसियों को दी सूचना-

फ्लैट में काम करने वाली एक महिला ने बताया कि वो काफी देर से गेट खटखटा रही थी। लेकिन कोई रिस्पांस नहीं आया। फिर उनके नंबर पर फोन किया लेकिन किसी ने कॉल नहीं उठाया तो पड़ोसियों को इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी।

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एक ही बिस्तर पर मिले तीनों महिलाओं के शव-

पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) मनोज सी ने कहा कि पुलिस नियंत्रण कक्ष को रात 8:55 बजे फोन आया कि वसंत अपार्टमेंट का हाउस नंबर 207 के निवासी दरवाजा नहीं खोल रहे हैं, और वह अंदर से बंद है। थाना प्रभारी व अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़ा। डीसीपी ने कहा कि उन्हें एक बिस्तर पर तीन शव मिले। शुरुआती जांच में दम घुटने से मौत की बात सामने आ रही है। पुलिस की छानबीन जारी है।