कुछ हितग्राहियों द्वारा पत्रिका को यह जानकारी दी गई कि अप्रेल और मई माह में उन्हें राशन में मिलने वाला गेहूं ३ किलो प्रति व्यक्ति की जगह २ किलो ही दिया जा रहा है, जिससे वह परेशान है। पत्रिका ने जब पड़ताल की तो यह सच्चाई ही निकली। कुछ राशन दुकान संचालकों से बात की तो वह गोलमोल जवाब देते नजर आए। कोई जैसा आवंटन, वैसा वितरण की बात करता नजर आया, तो कोई हमारे हाथ में कुछ नहीं है, जैसे जवाब दे रहा था। जबकि असल में गेहूं और चावल दोनों का पर्याप्त आवंटन राशन दुकानों को किया गया था।
जिले में हितग्राहियों का १-१ किलो गेहंू कम किया गया है, इसके पीछे गेहूं की शॉर्टेज तो नहीं, यह भी पता किया गया, लेकिन पता चलता है कि इस बार गेहूं की बंपर खरीदी दमोह में हुई है। जिसमें करीब १३ लाख क्विंटल गेहूं आया है। जबकि राशन के आवंटन के लिए जिले को ३ लाख ७० हजार क्विंटल गेहूं की आवश्यकता होती है। ऐसे में ९ लाख क्विंटल से अधिक गेहूं जिले के बाहर भेजा जाएगा। साथ ही स्पष्ट है कि जिले में गेहूं की कोई कमी नहीं है।
फैक्ट फाइल
-३२ हजार क्विंटल करीब गेहूं का आवंटन ३ लाख ७० हजार क्विंटल गेहूं की राशन के लिए पूरे साल में जरूरत।
मैं पता करता हूं कि किस तरह से यह चल रहा है। आवंटन पर्याप्त मात्रा में हर राशन दुकान को किया जा रहा है। गड़बड़ी होगी तो कार्रवाई की जाएगी।
राजेश पटेल, खाद्य आपूर्ति अधिकारी दमोह