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जानिए, किस राशि को अनिष्टकारी होगा 27 जुलाई का ब्लड मून

एशियाई देशों के अलावा अन्य महाद्वीपों पर नजर आएगा इसका भरपूर असर

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July 27 2018 longest moon eclipse blood moon century

July 27 2018 longest moon eclipse blood moon century

दमोह. सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण आषाण माह की पूर्णिमा 27 जुलाई 2018 को होगा। इस चंद्रग्रहण को ब्लड मून के नाम से जाना जा रहा है। इस चंद्रग्रहण की समयावधि 3 घंटे 54 मिनट तक होगी। एशिया महाद्वीप के अलावा यूरोप, आस्ट्रेलिया, अंटार्टिका महाद्वीप में भी इस चंद्रग्रहण का भरपूर असर देखने को मिलेगा। खगोल विशेषज्ञों के अनुसार सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण होने के साथ साथ इस ग्रहण की प्रमुख खास बात यह है कि यह काला नहीं बल्कि लाल रंग का दिखाई देगा और इसकी लालमी वातावरण में नजर आएगी। इस चंद्र ग्रहण का नजारा खुली आंखों से भी देखा जा सकेगा।


इसलिए कहलाएगा ब्लड मून


दरअसल इस चंद्रग्रहण में लाल रंग की रोशनी बिखरेगी। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि सूर्य और चंद्रमा के बीच जब पृथ्वी आएगी तो सूर्य की सीधी किरणें चांद पर नहीं पढ़ेंगी, वायुमंडल से होकर रोशनी चांद तक पहुंचेगी जिससे चांद लाल रंग की आभा में लिप्त नजर आएगा। वहीं जब चांद कर पृथ्वी की गति के चलते पृथ्वी के पीछे पहुंचेगा तो चांद की लालीमा सुरख रक्त की तरह हो जाएगी। इन्हीं तथ्यों के चलते 27 जुलाई को होना वाला चंद्र ग्रहण ब्लड मून के नाम से जाना जा रहा है।


यह रहेगा वर्जित


ज्योतिषाचार्य मणिशंकर मिश्रा ने बताया है कि चंद्र ग्रहण वेध लगने के समय से मोछ के समय तक भगवान की मूर्ति स्पर्श, शयन करना, भोजन करना यह प्रमुख चीजें पूर्णत: वर्जित हैं। हालांकि बालक और वृद्ध को एक पहर की राहत मिलती है।

ज्योतिषाचार्य आशुतोष गौतम चंद्र ग्रहण हो या सूर्य ग्रहण एक ही सवाल हमेशा सामने आता है] कि ग्रहण के दिन क्या करें क्या ना करें तो यह इस बारे में आपको सलाह दी जाती है कि चंद्र ग्रहण के दिन बुजुर्ग रोगी एवं बच्चों को छोड़कर घर के बाकी सदस्य भोजन ना करें गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण में घर के अंदर ही रहने की सलाह दी जाती है। दरअसल माना जाता है कि ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मक उर्जा का संचार हो रहा होता है, इसलिए घर में रहकर मंत्रोच्चारण करें इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है किसी भी प्रकार के शुभ कार्य ग्रहण के दिन ना करें। अपने मन में दुर्विचारों को ना पनपने दें, इसलिए ब्रह्मचारिणी का पालन करें और अपने आराध्य देव का ध्यान लगाएं जिन जातकों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव चल रहा है वह शनि मंत्र का जाप करें और हनुमान चालीसा का पाठ भी अवश्य करें जिन जातकों की कुंडली में मांगलिक दोष है वह इसके निवारण के लिए चंद्र ग्रहण के दिन सुंदरकांड का पाठ करें तो इससे सकारात्मक परिणाम मिलेगा।
आटा, चावल, शक्कर, श्वेत वस्त्र, साबुत उड़द की दाल, काला तिल, काला वस्त्र आदि किसी गरीब जरूरतमंद को दान करें ग्रहों का अशुभ फल समाप्त करने और विशेष मंत्र सिद्धि के लिए इस दिन नवग्रह गायत्री एवं महामृत्युंजय आधी शुभ मंत्रों का जाप करें दुर्गा चालीसा विष्णु सहस्त्रनाम श्रीमद्भागवत गीता गजेंद्र मोक्ष शादी का पाठ भी कर सकते हैं।

मकर राशि को अनिष्ठकारी


ब्लड मून के संबंध में ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह मुख्य रूप से मकर राशि वाले जातकों के लिए अनिष्ठ कालक रहेगा। पं. मणिशंकर मिश्रा ने बताया है कि यह मकर राशि वालों के लिए नुकसानदायी हो सकता है और इस कारण इस राशि वालों को आर्थिक नुकसान, अपने मान सम्मान, शारीरिक नुकसान क्षति होने की संभवाना है, इसलिए उन्हें अपना बचाव आवश्यक है।


मणिशंकर मिश्रा के मुतातबिक मकर राशि वालों को यह ग्रहण नहीं देखना है, ग्रहण में घर से बाहर ना निकलें, अपने आराध्य की उपासना करें, भजन कीर्तन करें जिससे ग्रहण के असर से बचा जा सकता है।

इन्हें होगा फलदायी


सदी का यह सबसे लंबा चंद्र ग्रहण कुछ राशियों के लिए विशेष फलदायी साबित होगा। विशेषज्ञों ने बताया है कि मेष राशि, सिंह, वृष्चिक, मीन राशि वालों को यह ग्रहण शुभ रहेगा और अच्छे परिणाम देगा। इसके अलावा कुंभ राशि, तुला राशि, वृषभ राशियों के लिए इसका मध्यम असर रहेगा, वहीं शेष राशि को इसका अच्छा असर नहीं होगा।


ये है समय सीमा


प्रारंभ 27 जुलाई रात 11 बजकर 54 मिनट
सूतक काल 12.27 से 28 रात 3.49 बजे तक को चंद्र ग्रहण शुरू होगा
चंद्र ग्रहण की पूर्ण अवधि 3 घंटा 54 मिनट रहेगी