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विमान में निकले श्रीजी, दर्शन और आरती के लिए उमड़ी भीड़

दमोह. जैन धर्म के पर्वाधिराज पर्युषण पर्व के समापन पर रविवार को श्रीजी की शोभायात्रा निकाली गई। सिटीनल से शुरू हुई शोभायात्रा नगर भ्रमण करते हुए नशियाजी जैन मंदिर परिसर पहुंची। जहां श्रीजी के अभिषेक, शांतिधारा और सम्मान कार्यक्रम आयोजित हुए। इसके बाद वापस श्रीजी की शोभयात्रा सिंघई मंदिर पहुंची। जहां पुन: अभिषेक शांतिधारा के […]

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दमोह

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Samved Jain

Sep 08, 2025

पर्युषण पर्व के समापन पर निकली शोभायात्रा, हुए विविध धार्मिक आयोजन

पर्युषण पर्व के समापन पर निकली शोभायात्रा, हुए विविध धार्मिक आयोजन

दमोह. जैन धर्म के पर्वाधिराज पर्युषण पर्व के समापन पर रविवार को श्रीजी की शोभायात्रा निकाली गई। सिटीनल से शुरू हुई शोभायात्रा नगर भ्रमण करते हुए नशियाजी जैन मंदिर परिसर पहुंची। जहां श्रीजी के अभिषेक, शांतिधारा और सम्मान कार्यक्रम आयोजित हुए। इसके बाद वापस श्रीजी की शोभयात्रा सिंघई मंदिर पहुंची। जहां पुन: अभिषेक शांतिधारा के बाद भगवान को विराजमान किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं की मौजूदगी रही।
शनिवार को सुबह ११.३० बजे सिटीनल से स्वर्ण विमा पर श्रीजी की प्रतिमा को विराजमान किया गया। इसके साथ ही शोभायात्रा शुरू की गई। जिसमें सबसे आगे केसरिया ध्वजा लिए अश्वारोही चल रहे थे। इसके बाद जैन समाज के युवा बैंड बाजों की धुन पर नाचते गाते हुए चल रहे थे। इसके ठीक पीछे जैन मंदिर समिति का दिव्यघोष चलायमान था। जिसमें शामिल श्रावकों द्वारा पूरे जोश से दिव्यघोष की धुन निकाली जा रही थी। जिस पर सभी थिरकते नजर आए।
इसके पीछे डीजे और साउंड पर भक्त भजन गाते हुए चल रह थे। साथ ही नृत्य कर रहे थे। ठीक इसके पीछे दयोदय गोशाला की झांकी चलायमान थी, जिससे गोदया और गोपालन का संदेश दिया जा रहा था। इसके बाद आचार्यश्री और बड़ेबाबा आकृतियों से सजी झांकी चलायमान थी। आखिर में श्रीजी का विमान चल रहा था। जिसे श्रावक अपने हाथों से खींचकर आगे ले जा रहे थे। इसके पीछे महिलाएं भगवान की स्तुति करते हुए चल रही थीं। शोभायात्रा अलग-अलग टुकडिय़ों में चल रही थी। इस दौरान जैन समाज के हर वर्ग के लोगों का उत्साह देखने ही बना। इसके अलावा चैत्यालय जी की मां जिनवाणी पालकी यात्रा के भी लोगों में दर्शन किए।
विमान शोभायात्रा सिटीनल से होते हुए पुराना थाना, वकौली, घंटाघर, राय तिराहा होते हुए नशियाजी जैन मंदिर पहुंची। यहां हर साल मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद सभी श्रावक-श्राविकाएं यहां मंचीय कार्यक्रम के लिए एकत्रित हुए। इस मौके पर बड़ी संख्या में जनसमूह मौजूद रहा।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में श्रीजी का अभिषेक, शांतिधारा पुण्र्याजक परिवारों ने किया। इसके बाद हुए पूजन के बाद श्रीजी को वापस विमान पर विराजमान किया गया और शोभायात्रा फिर निकाली गई। जो घंटाघर से नयाबाजार, धगट चौराहा, नन्हे मंदिर होते हुए सिटीनल पहुंची। जहां वापस सिंघई मंदिर वेदी में प्रतिमा को विराजमान करने के पहले अभिषेक हुआ।
शोभायात्रा में जगह-जगह श्रीजी की आरती करने के लिए भक्त मौजूद नजर आए। जगह-जगह आरती उतारी गई। हर चौराहे पर आरती के लिए भीड़ नजर आई। इधर, शोभायात्रा में शामिल लोगों, पुलिस आदि का भी जगह-जगह काउंटर लगाकर लोगों ने स्वागत सत्कार किया गया।
कार्यक्रम के पहले चरण में नशियाजी परिसर में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी में जैन समाज की प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। इस दौरान पर्युषण पर्व के दौरान दसों दिन तक निर्जला उपवास रखने वालों का सम्मान किया गया। साथ ही अन्य कार्यक्रम हुए। इसके बाद कार्यक्रम का समापन किया गया। इस दौरान सभी ने एक-दूसरे को उत्तम क्षमा बोलकर आशीर्वाद प्राप्त किया।