
CG News: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा से कई बार ऐसी घटना जीवन में देखने को मिलती है तब हम कहते हैं कि भगवान है और वो लोगो की मदद कर रहा है। किसी ना किसी रूप में ऐसा ही वाक़िया दंतेवाडा में देखने को मिला जब 20 दिनों बाद 6 माह का माँ से बिछड़ा लाल अपनी माँ से मिला। वो पल वहां मौजूद सबके लिए यादगार पल बन गया। जब अपनी माँ को देख 6 माह का मासूम राजकुमार खिलखिला कर मुस्कुराते हुए माँ को प्यार करने लगा अपने बच्चे से मिल कर माँ की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, उस वक्त माँ की आँखों मे खुशी के आंसू छलक पढ़े।
CG News: उस माँ ने भी बच्चे के मिलने की उम्मीद छोड़ दी थी। माँ के दुलार और बच्चे की मुस्कान देख वहां मौजूद सभी अधिकारियों की आँखे खुशी से भीग गई। उस वक्त खिंची गई ममता की ऐसी तस्वीर जो शायद ही किसी ने देखी होगी। 6 माह के उस मासूम बच्चे के मिलने की खुशी पूरे जिले ने मनाई। हर कोई आज दंतेवाडा एसपी गौरव राय और उनकी पूरी टीम के इस कार्य की प्रशंसा कर रहा है।
मामला यहां था कि 1 सितंबर को दंतेवाडा जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर पोंदुम गांव से एक आदिवासी परिवार का एक 6 माह के बच्चे को दो मोटरसाइकिल सवार उसके घर से अगवा कर लिए उसके बाद कई टीम बनाकर लगातार पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। अपहरणकर्ता ने पुलिस का दबाव देखते हुए उस मासूम बच्चे को धमतरी के नगरी के पास रोड के किनारे छोड़ कर भाग गए। उन लोगो ने एक अच्छा काम ये किया कि बच्चे के हाथ में सफेद टेप बांध कर उसमें दंतेवाड़ा लिख दिया। जिससे पुलिस को मदद मिली आखिरकार बच्चा माँ बाप को सौप दिया गया वो खुशनुमा माहौल देखते ही बनता था।
इस मामले में भागीरथी दर्रो और उनके सहयोगी जितेंद्र साहु एवं चांदनी साहु ने मानवता का परिचय देते हुए सड़क किनारे अकेले बालक को देखकर तुरंत पुलिस को सूचित किया। उन्हें पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा, गौरव राय द्वारा 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।
गीदम नगर पंचायत की गीदम की अध्यक्ष साक्षी रविश सुराना, उपाध्यक्ष मनकू राम लेकामी, मंगडू राम कड़ती, सूरज सिंह ठाकुर, ओम प्रकाश कश्यप, जगरा वेंजाम, मानसिंह सहित उपस्थित समस्त क्षेत्रवासियो ने पोन्दुम गांव से अपहृत नन्हे बालक सहित उसको साथ लेकर लौट रही दंतेवाड़ा पुलिस की टीम का जोरदार स्वागत नये फॉरेस्ट नाका के पास किया गया।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व पोन्दुम गांव से 6 माह के दूध मुँह बच्चे का अपहरण अज्ञात बदमाशों द्वारा अपहरण कर लिया गया था, इसके विरोध में आदिवासी समाज सहित बंद का आह्वान भी किया था, जिसमे क्षेत्र के समस्त व्यापारियों ने सहयोग करते हुए अपनी दुकान बंद रखी थी। जिसमें दंतेवाड़ा की पुलिस के द्वारा दबाव बनाते हुए घेराबंदी जिसके परिणाम स्वरुप अपहरणकर्ताओं ने नगरी के पास बच्चे को छोड़कर भागना पड़ा।
एसपी गौरव राय ने कहा कि 6 माह के मासूम बच्चे और माँ को मिला दिया। उन्होंने कहा कि वो पल मेरे जीवन का कभी ना भूलने वाला पल है जब माँ की गोद में जाते ही बच्चा अपनी माँ को पहचान मुस्कुराते हुए दुलार करने लगा माँ की खुशी का ठिकाना नहीं था उसकी आँखों मे भी खुशी के आंसू थे। ये कहते कहते उनकी भी आँखें भर आईं ।
Updated on:
23 Sept 2024 04:44 pm
Published on:
23 Sept 2024 03:16 pm
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