
Dantewada Naxal Terror: कोरचोली और लेंड्रा के जंगलों में मंगलवार को हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के बाद दहशत के कारण ग्रामीण पलायन कर गए हैं। गांव में बुर्जुगों के अलावा कोई भी नहीं है। दोनों गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। दो दिनों बाद घटना स्थल पर बीजीएल एवं गोलियों के खोखे पड़े हुए हैं।
इसके अलावा नक्सलियों के जुते, सोलर प्लेट एवं अन्य सामग्री बिखरी पड़ी है। आसपास के पेड़ों में गोलियों के निशान दिखाई दे रहे हैं। लेकिन गांव के अधिकांश घरों में ताले लटके हैं। दहशत का आलम यह है कि एक ग्रामीण महिला ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान गोलियों और विस्फोट की आवाज से पूरा जंगल गुंजायमान रहा। लोग अपने-अपने घरों के अंदर दुबक कर बैठे थे। गोलियों की आवाज कई किमी तक सुनाई दे रही थी। दहशत जदा महिलाओं ने नक्सलियों के बारे में तो ज्यादा कुछ नहीं बताया।
ग्रामीणों ने बताया कि मुठभेड़ के बाद दहशत में आकर एक 30 वर्षीय ग्रामीण पप्पू की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि जब मुठभेड़ चालू हुई उस दौरान गोलियों की आवाज सुनकर ग्रामीण पप्पू अपनी घर की ओर भाग रहा था। भागते वक्त पत्थर से टकराकर गिर जाने से उसे गंभीर चोट आई व उसकी जान चली गई।
Updated on:
06 Apr 2024 08:14 am
Published on:
05 Apr 2024 04:03 pm
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