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ऐसी है व्यवस्था ! पक्की सड़क के अभाव में नहीं पहुंची एंबुलेंस सेवा, ग्रामीणों ने बीमार महिला को खाट में ढोकर 5 किमी चले फिर…

Dantewada News: सुकमा जिले के कोंडरे ग्राम पंचायत के मूसलपारा की महिला को कांवड़ में लाद कर इलाज के लिए 5 किमी तक दूर 108 एंबुलेंस वहां तक पहुंचाया गया।

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Villagers carried the sick woman to the ambulance with the help of a cot

ऐसी है व्यवस्था़ !

Chhattisgarh News: सुकमा। सुकमा जिले के कोंडरे ग्राम पंचायत के मूसलपारा की महिला को कांवड़ में लाद कर इलाज के लिए 5 किमी तक दूर 108 एंबुलेंस वहां तक पहुंचाया गया। इसके बाद महिला को 108 की मदद से जिला अस्पताल इलाज में भर्ती कराया गया है, जहां (CG Hindi News) गंभीर रूप से बीमार महिला का इलाज जारी है। महिला को उल्टी और सिलकसेल की बीमारी से पीड़ित है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के कोंडरे ग्राम पंचायत के मूसलपारा की महिला पोडियाम जोगी 35 वर्ष, अचानक तबीयत खराब होने से परिजनों ने 108 को संपर्क कर गांव बुलाया गया। लेकिन गांव तक पहुंचाने के लिए पक्की सड़क नहीं होने की वजह से 108 एंबुलेंस वाहन गांव से पहले 5 किलोमीटर दूर मरीज कांवड़ के सहारे लाना पड़ा। वहीं इसके बाद मरीज को 108 वहां की मदद से जिला अस्पताल सुकमा लाया गया।

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Dantewada News: बता दे कि यह इलाके में आज भी सड़क सुविधा उपलब्ध नहीं होने की वजह से लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और आपातकालीन स्थिति पर मरीजों को कावड़ का सहारा लेना पड़ता है। इलाके के लोगों के लिए आपात स्थिति में मजबूरी वश खाट का सहारा लेना पड़ता है। वहीं बारिश के दिनों में पक्की सड़क वाले इलाकों पर ही 108 वहां पहुंच पाती है और अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में इसी प्रकार से खाट के सहारे मरीजों को 108 एम्बुलेंस तक पहुंचाया जाता है।

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बारिश के दिनों में अंदरूनी इलाकों में होती है दिक्कतें

वहीं जिले के अधिकांश ग्रामीण इलाकों में आज भी बुनियादी सुविधा के अभाव की वजह से कई गांव में पक्की सड़कों की सुविधा नहीं है। जिसकी वजह से आपातकालीन स्थिति पर 108 जैसे सेवा के लिए भी लोगों को मशक्कत करनी पड़ती है।

ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के दौरान नदी नाले भर जाते हैं, जिसकी वजह से वाहनों का आना-जाना पूरी तरह से बंद हो जाता है, ऐसी स्थिति में उन्हें खाट के सहारे और कई किलोमीटर तक पैदल मरीज को ले जाना पड़ता है, इसके बाद आगे निजी एवं 108 जैसे (Chhattisgarh News) वाहनों की मदद से उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने जाता है, कई बार यह स्थिति हो जाती है, कि समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने की वजह से मरीजों की स्थितियां और ज्यादा गंभीर हो जाती है।

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