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महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन गुम हुई राजस्थान की श्रौपती देवी को लेकर आई ये खबर

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन गुम हुई राजस्थान की श्रौपती देवी को लेकर बड़ी खबर है।

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दौसा

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Santosh Trivedi

Jan 30, 2025

महाकुंभ 2025

लालसोट. इंदावा गांव निवासी श्रौपती देवी को परिजनों को सुपुर्द करते हुए आरपीएफ के कांस्टेबल हजारीलाल गुर्जर

दौसा/लालसोट/पत्रिका न्यूज नेटवर्क। प्रयागराज में जारी महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के लिए पहुंची इंदावा गांव की खारली बस्ती निवासी श्रौपती देवी पत्नी स्व. सीताराम जागा आखिरकार तीसरे दिन परिजनों को मिल गई है। श्रौपती देवी को गुरुवार शाम करीब 4 बजे प्रयागराज के फाफामऊ रेलवे जक्शंन पर तैनात आरपीएफ के जवानों ने परिजनों को सुपुर्द कर दिया है।

प्रयागराज के फाफामऊ रेलवे जक्शंन पर तैनात आरपीएफ के कांस्टेबल व जिले के बांदीकुई उपखण्ड के गांदरवाड़ा गूजरान निवासी हजारीलाल गुर्जर की उसको परिजनों तक पहुंचाने में अहम भूमिका रही।

आरपीएफ के कांस्टेबल हजारीलाल गुर्जर ने बताया कि बस से उतरते समय भारी भीड़ के कारण वह अपने परिवार से बिछड़ गईं और फाफामऊ रेलवे स्टेशन तक पहुंच गईं, जहां वह बेसुध अवस्था में मिलीं।

इस दौरान एक आरपीएफ कॉन्स्टेबल की नजर उन पर पड़ी और जब उन्होंने पता किया कि महिला राजस्थान के दौसा जिले की निवासी है तो उन्होंने राजस्थान की निवासी होने के नाते मौके पर बुलाया। इसके बाद उन्होंने जिले की भाषा में महिला से बातचीत की और उनके परिजनों का संपर्क विवरण प्राप्त किया।

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कांस्टेबल हजारीलाल गुर्जर ने बताया कि इसके बाद उन्होंने दौसा जिले में पुलिस कांस्टेबल के पद पर तैनात रह चुके अपने भाई से संपर्क करते हुए महिला के बारे में जानकारी देते हुए कि वह लालसोट क्षेत्र में महिला के परिजनों की तलाश करते हुए इस बारे में जानकारी दी, जिसके बाद उसके भाई ने गुरुवार दोपहर को अपने किसी परिचित के माध्यम से इंदावा गांव में महिला के परिजनों से संपर्क करते हुए श्रौपती देवी के रेलवे जक्शंन पर सही सलामत होने के बारे में सूचना दे दी।

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इस दौरान वह लगातार महिला को दिलासा देते रहे, लेकिन वे रोती रही और बार बार कहने के बाद भी खाना भी नहीं खाया। परिजनों व रिश्तेदारों को देखकर बिलख पड़ी। परिजनों कहा कि कांस्टेबल के प्रयास से ही श्रौपती देवी उन्हें सही सलामत मिली है।