
Dausa News: राजस्थान के दौसा जिले में इस बार मानसून की मेहरबानी लगातार बनी हुई है। भारी बारिश के चलते बांध-तालाब लबालब हो गए हैं तो नदियां भी वेग से बहने लगी हैं। खेत पानी से भरे हुए हैं। कुएं भरने से पानी बाहर आने लगा है तो सूखे नलकूप भी अब पानी देने लगे हैं। कई सालों बाद जिले के लोग क्षेत्र में पानी का ऐसा नजारा देखकर खुश हैं। हालांकि, निचले इलाकों में रहने वाले लोग जलभराव की समस्या से जूझ भी रहे हैं। कई गांवों की सड़कों पर पानी जमा होने से आवागमन बाधित हो गया है। फसलें डूबने से किसान चितिंत हैं, लेकिन आगामी फसलों के बढ़िया होने की उम्मीद व पानी की कमी दूर होने की खुशी भी है।
बसवा तहसील का सबसे बड़ा रेहड़िया बांध एक दशक बाद गुरुवार सवेरे छलक गया। जिसे देख ग्रामीणों के चेहरे खिल गए। लोगों ने बताया कि बांध की भराव क्षमता 15 फीट है। यह बांध करीब एक दशक बाद लबालब भरा है। ऐसे में किसानों को आगामी फसलें होने की उम्मीद जगी है। बांध को देखने सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे। इससे पूर्व बांध का जलस्तर 2016 में 15 फीट 2 इंच पहुंचा था।
इधर, कालाखोह बांध पर चादर चलने की खबर सुनकर गुरुवार सुबह से ही देखने के लिए सैकड़ों की संया में लोग जा पहुंचे। इसकी सूचना मिलने के बाद गुरुवार दोपहर ग्राम पंचायत व पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और बांध पर चल रही चादर को देखने पहुंची भीड़ को पुलिस ने रोक दिया।
चादर चलने के बाद बाद राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रही हाइवे की पुलिया के दोनों तरफ लोग अपने वाहनों को रोककर बांध के पानी को देखने के लिए रूक गए। पानी में घुसकर रील बना रहे युवकों को पुलिस ने खदेड़ा। ग्राम पंचायत प्रशासन द्वारा जेसीबी से चादर क्षेत्र में जाने के लिए रास्ते को जगह-जगह से मिट्टी व पेड़ डालकर रोका गया। प्रशासन ने भी चादर चलने वाले क्षेत्र में पुलिस जाप्ता भी तैनात किया है।
Published on:
13 Sept 2024 02:53 pm
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