पुलिस ने बताया कि 30 नवम्बर को हापावास पीहर में रह रही विवाहिता पूजा का शव घर से कुछ दूरी पर जंगल में मिला था। इस पर मृतका के परिजनों ने हत्या का अंदेशा जताते हुए मामला दर्ज कराया था। इस पर साइबर सेल
दौसा ने तकनीकी साक्ष्य जुटाए व पुलिस टीम का गठन कर जानकारी के आधार पर हत्या के आरोपियों को चिह्नित कर गिरफ्तार किया गया।
इसलिए प्रेमिका को रास्ते से हटाने की बनाई योजना
नांगल राजावतान सीओ चारुल गुप्ता ने बताया कि अभियुक्त जितेंद्र मीणा का करीब दो ढाई वर्ष से पूजा मीना के प्रेम संबंध चल रहा था। आरोपी जितेन्द्र ने शादीशुदा होने के चलते मृतका पूजा मीणा को अपने रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाई और 29 नवंबर रात्रि को अपने साथी चावण्डिया की ढाणी निवासी दीपक मीणा व पीर की ढाणी निवासी लोकेश मीणा को भी साथ लेकर पहुंचा। जहां उसके साथ मारपीट कर मुंह को मिट्टी में दबा दिया। अधमरी होने पर उसी के दुपट्टे से पूजा का गला घोटकर हत्या कर दी तथा मौके से फरार हो गए। पुलिस टीम में ये रहे शामिल
अभियुक्तों की पहचान व खुलासे में साइबर सेल के कांस्टेबल जगमाल सिंह की विशेष भूमिका रही। टीम में पापड़दा थाने के एएसआई हरिराम, हैड कांस्टेबल गोविंद, कांस्टेबल महिपाल, महेश, अनिल, अमिताभ व असलम तथा साइबर सेल के दशरथ सिंह शामिल रहे।