
सवा तीन घंटे तक चली नापजोख में खलिहान नवीन परती व मानस इंटर कालेज की भूमि में दबंग प्रेमचंद का मकान व वन की भूमि में झोपड़ी बना होना पाया गया। टीम ने दबंग प्रेमचंद के मकान पर लाल पेंट से निशान लगाया। तहसीलदार ने देर शाम बेदखली का आदेश पारित किया।
नायब तहसीलदार अनिल कुमार तिवारी के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम गठित हुई। राजस्व विभाग की दो टीम बनी। टीम ने खलिहान, नवीन परती, वन और मानस इंटर कॉलेज की जमीन नापी। सवा तीन घंटे तक नापजोख चली। खलिहान, नवीन परती और मानस इंटर कॉलेज की भूमि में प्रेमचंद का मकान और वन की भूमि में झोपड़ी बना होना पाया गया। टीम ने दबंग प्रेमचंद के मकान पर लाल पेंट से निशान लगाया। तहसीलदार ने देर शाम बेदखली का आदेश पारित किया। मकान समेत अन्य अवैध निर्माण पर प्रशासन का बुलडोजर चलना तय है।
फतेहपुर के लेहड़ा टोले के रहने सत्यप्रकाश दुबे अपने भाई ज्ञानप्रकाश दुबे के हिस्से की संपूर्ण भूमि बैनामा कराने वाले दबंग प्रेमचंद यादव व उसके स्वजन के विरुद्ध कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे। सत्यप्रकाश दुबे ने दबंग प्रेमचंद पर खलिहान, नवीन परती, वन व मानस इंटर कालेज की भूमि पर अवैध कब्जा करने की शिकायत की थी, लेकिन तहसील प्रशासन दबंग प्रेमचंद के दवाब में कार्रवाई करने परहेज कर रहा था। दो अक्टूबर की सुबह लेहड़ा टोले में दबंग प्रेमचंद यादव की हत्या हो गई। जिसके प्रतिशोध में प्रेमचंद के स्वजन व उसके करीबियों ने सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी, दो बेटी व एक बेटे की लाठी-डंडे, धारदार हथियार व गोली मारकर हत्या कर दी।
घटना के बाद तीन अक्टूबर को राजस्वकर्मियों की नापी में हत्यारोपितों का अवैध कब्जा सामने आया। आरोपितों के अवैध कब्जे को ढहाने के लिए रुद्रपुर तहसीलदार कोर्ट में उप्र राजस्व संहिता 2006 की धारा-67 के तहत चार अक्टूबर को वाद दाखिल किए गए, जिसमें दबंग प्रेमचंद के पिता रामभवन के विरुद्ध तीन, चाचा परमहंस यादव व गोरख यादव के विरुद्ध एक-एक वाद शामिल है।
तहसीलदार कोर्ट में हुई सुनवाई
शनिवार को इस मामले में तहसीलदार कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें नामिका अधिवक्ता अरुण कुमार राव ने सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटाने के लिए पैरवी की। उधर, हत्यारोपित रामजी यादव की पत्नी किरन देवी ने अपने अधिवक्ता गोपी यादव के माध्यम से अपनी बात रखी और चार अक्टूबर को हुए नापी पर सवाल खड़ा किया। जिसके बाद तहसीलदार ने सोमवार को दोबारा नापी कराई, जिसमें पता चला कि दबंग प्रेमचंद के पिता रामभवन ने खलिहान की पांच डिसमिल, वन व नवीन परती की डेढ़-डेढ़ डिसमिल भूमि पर कब्जा कर मकान व अन्य निर्माण कार्य कराया है। तहसीलदार ने उस पर सात लाख 39 हजार 900 रुपये निष्पादन खर्च लगाया है। दबंग प्रेमचंद के चाचा गोरख यादव ने खलिहान की डेढ़ डिसमिल व परमहंस यादव ने खलिहान दो डिसमिल भूमि पर अवैध निर्माण कराया है।
टीम में शामिल रहे 16 लेखपाल
तहसीलदार ने नायब तहसीलदार के नेतृत्व में आठ-आठ लेखपालों की दो टीमें गठित की थी। इनके अलावा दो-दो कानूनगो लगाए गए थे। दोनों टीमों ने फील्डबुक तैयार कर तहसीलदार कोर्ट में प्रस्तुत किया। जिसके बाद तहसीलदार ने बेदखली का आदेश जारी किया।
किरन देवी के अधिवक्ता से अधिकारियों की बहस
नापी के दौरान आरोपित रामजी यादव की पत्नी किरन देवी के अधिवक्ता गोपी यादव से तहसीलदार व एसडीएम की बहस हुई। अधिवक्ता ने गांव के सीमा स्तंभ से पैमाइश शुरू कराने को कहा। जिस पर अधिकारियों ने कहा कि नियम के तहत ही नापी होगी। नापी में अवरोध पैदा न करें। इसके बाद नापी शुरू हो सकी।
मुख्य राजस्व अधिकारी रजनीश राय ने मीडिया को बताया कि अवैध कब्जा के मामले में तहसीलदार रुद्रपुर ने फतेहपुर गांव में कोर्ट लगाया है। राजस्व टीमों ने सरकारी भूमि की दोबारा पैमाइश की, जिसमें हत्यारोपितों के भवन व अन्य निर्माण बने हुए पाए गए। तहसीलदार ने बेदखली का आदेश जारी कर दिया है। जल्द ही अवैध निर्माण हटाए जाएंगे।
Published on:
09 Oct 2023 11:00 pm
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