
36 गांव के किसानों का फूटा गुस्सा (फोटो सोर्स- पत्रिका)
Farmers Protest: धान खरीदी के लिए पंजीयन में गड़बड़ी के कारण वनांचल के सैकड़ों किसान समर्थन मूल्य में धान नहीं बेच पा रहे हैं। राजस्व और वन ग्राम के किसानों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर समस्या के समाधान की गुहार लगाई थी, लेकिन व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ। नगरी ब्लॉक के 36 गांव के सैकड़ों आक्रोशित किसानों ने किसान संघर्ष समिति जोन बेलरबाहरा के बैनरतले बुधवार को कर्राघाटी चौक स्टेट हाईवे में चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम सुबह 11 बजे शुरू हुई। करीब 4 घंटे तक चक्काजाम जारी रहा।
संषर्घ समिति के अध्यक्ष नरेश मांझी, श्रीधन सोम, संतोष नेताम, धर्मेन्द्र बिसेन ने कहा कि 15 नवंबर से समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की खरीदी शुरू हो गई है। वनग्राम के किसानों को धान बेचने में कई व्यवहारिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई किसानों का रकबा शो नहीं हो रहा है, तो किसी किसान का पंजीयन में दिक्कत है। पंजीयन में गड़बड़ी समेत अन्य व्यवहारिक कारणों से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर समस्या के समाधान के लिए गुहार लगाई गई, लेकिन किसानों की समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसी के चलते चक्काजाम किया गया।
वनग्राम, राजस्व ग्राम में पंजीयन में हो रही गड़बड़ी किसानों का पंजीयन तत्काल कर टोकन जारी करने, उपार्जन केन्द्र बेलरबाहरा के प्रतिदिन की खरीदी लिमिट 450 क्विंटल को बढ़ाकर 2000 क्विंटल करने, ग्राम ठेनही के 9 किसान, अरसीकन्हार के 5 किसानों का पंजीयन उपार्जन केन्द्र सांकरा, उमरगांव से सुधार कर उपार्जन केन्द्र बेलरबाहरा में पंजीयन करने समेत 5 सूत्रीय मांगें शामिल हैं।
किसानों की मांगों को जायज बताते हुए सिहावा विधायक अंबिका मरकाम भी आंदोलन में शामिल हुईं। श्रीमती मरकाम ने कहा कि पूरे प्रदेश में हजारों की संख्या में किसान धान नहीं बेच पाने से परेशान हैं। पंजीयन में गड़बड़ी, एग्रीस्टेक पोर्टल में तकनीकी समस्या समेत अन्य कारणों से किसान चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। उन्हाेंने समस्या का समाधान नहीं होने पर किसानों के साथ मिलकर सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ने की बात कही है।
इधर सूचना मिलने पर नगरी एसडीएम प्रीति दुर्गम चक्काजाम स्थल पहुंची। उन्होंने किसानों को समझाने का काफी प्रयास किया। नहीं मानने पर उन्होंने किसानों की मांगोें को पूरा करने का आश्वासन दिया। एसडीएम ने कहा कि कुछ मांगें शासन स्तर की है। वनग्राम के किसानों की समस्याओं को शासन को अवगत कराया गया है। उचित मार्गदर्शन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम के आश्वासन बाद किसानों ने आंदोलन को स्थगित कर दिया।
साथ ही 3 दिन के भीतर मांग पूरी नहीं होेने पर पुन: चक्काजाम करने की चेतावनी दी है। इस अवसर पर ईश्वरी नेताम, छन्नूराम प्रजापति, चंद्रकुमार अग्रवानी, घनश्याम नेताम, टोपेश्वर नेताम, नेहरू, तरूण कुमार, महेन्द्र कुमार, जितेन्द्र आदि उपस्थित थे।
Published on:
27 Nov 2025 11:22 am
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