
Ganesh chaturthi 2024
Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी पर्व को एक 2 दिन शेष है। पर्व से पूर्व मूर्तिकार गणेश भगवान की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए है। विभिन्न रंगों से प्रतिमाओं को सजीव चित्रण किया जा रहा है, जो भक्तों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। भखारा नगर के नजदीक मूर्तिकारों ने गणेशोत्सव को लेकर मूर्ति बनाने का काम पूरा कर लिया है। वहीं कुछ मूूर्तियों को अंतिम टच दिया जार हा है।
वहीं इस बार छोटी मूर्तियों की डिमांड ज्यादा है। कई श्रद्धालु भगवान गणेश की मूर्ति खरीदकर ले जा चुके है, तो कई खरीदकर भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा को 7 सितंबर को स्थापित करेंगे। इसके लिए श्रद्धालुओं में गणेश चतुर्थी पर्व मनाने को लेकर उत्साह है। भक्तों ने अपने अपने तरीके से गणेशोत्सव मनाने के लिए तैयारी में जुट चुके है।
मूर्तिकार भुनेश्वर कुभकार का कहना है कि गणपति पूजा के चार माह पहले से ही मूर्तियां तैयार करने के लिए तैयारी शुरू हो जाती है। उनका कहना है कि आज मूर्ति तैयार करने वाले सामाग्रियों की कीमत में वृद्धि हुई है, जिसके चलते मूर्तियों की कीमत में भी इजाफा हुआ है। मूर्ति को तैयार करने (Ganesh Chaturthi 2024) में लाल, पीला, हरा, काला व सफेद रंग का इस्तेमाल किया जाता है। मूर्ति बनाने में मिट्टी, पैरा, नारियल रस्सी व लकड़ी आदि का प्रयोग किया जाता है।
पंडित हरीश चतुर्वेदी का कहना है कि भाद्रपद शुल्क पक्ष चतुर्थी श्री गणेश प्रकटोत्सव के रूप में मनाया जाता है। 7 सितंबर शनिवार को श्रीगणेश चतुर्थी है। इस दिन विघ्न विनाशक मंगलकारक श्री गणेश का विग्रह का स्थापना किया जाएगा। कन्याओं का वर प्राप्ति के लिए, कर्ज में डूबे लोग (Ganesh Chaturthi 2024) कर्ज मुक्ति के लिए, जिनका व्यापार नहीं चल रहा, व्यापार बढ़ाने के लिए, शत्रु विनाश, सुख-शांति व विद्या प्राप्ति के लिए सर्व कल्याणकारी विघ्नहर्ता विघ्न गणेश का पूजन किया जाता है। भगवान को प्रतिदिन लड्डू का भोग लगाएं। चूहों को मारे न ही कष्ट पहुंचाए। श्रीगणेश के 12 नामों का पाठ अवश्य करें।
Updated on:
05 Sept 2024 12:39 pm
Published on:
05 Sept 2024 12:38 pm
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