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आस्था का एक दीप जलाकर किया गया हिन्दू नववर्ष का स्वागत

1718 साल बाद एक साथ सर्वार्थसिद्धी और त्रिपुष्कार संयोग बनने से नवरात्र पर्व का महत्व और अधिक बढ़ गया है।

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धमतरी

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Deepak Sahu

Mar 19, 2018

चैत्र नवरात्र

धमतरी. नवरात्र पर्व में शहर का माहौल भक्तिमय हो गया है। नगर की अधिष्ठात्री विंध्यवासिनी मंदिर समेत सभी देवी मंदिरों में गोधूली बेला में मनोकामना ज्योति प्रज्जवलित की गई। उधर श्रीराम हिन्दू संगठन द्वारा भी नवरात्र पर्व और हिन्दू नववर्ष को धूमधाम से मनाया गया। देवी मंदिरों में नवरात्र पर्व को लेकर खास तैयारी की गई थी।


चैत्र शुक्ला प्रतिपदा से नवरात्र का पर्व शुरू हो गया है। 1718 साल बाद एक साथ सर्वार्थसिद्धी और त्रिपुष्कार संयोग बनने से नवरात्र पर्व का महत्व और अधिक बढ़ गया है। देवी मंदिरों में नवरात्र पर्व को लेकर खास तैयारी की गई थी। रविवार को विंध्यवासनी विंध्यवासनी मंदिर में गोधुली बेला में ज्योत प्रज्जवलित किया गया। बताया गया है कि यहां 1550 मनोकामना ज्योति प्रज्जवलित हो रही है।

नवरात्र के प्रथम दिन यहां माता के शैलपुत्री स्वरूप का पोडषोपचार से पूजा-अर्चना किया गया। महाआरती के बाद मंदिर का पट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोला गया। दंतेश्वरी मंदिर में पंडित विजय पांडे की अगुवाई में चकमक पत्थर से ज्योत प्रज्जलित किया गया। बताया गया है कि यहां 151 मनोकामना ज्योति प्रज्जवलित किया गया है।

खुशहाली के लिए किया गया पाठ

प्रथम दिन से ही शहरवासियों की खुशहाली के लिए सप्तशती चंडी पाठ भी किया जा रहा है। रिसाई माता मंदिर के पुजारी विजय कुमार रामानी ने बताया कि नवरात्र का पर्व साधकों के लिए विशेष फलदायी होता है। इस बार 25 मार्च को सुबह 6 से 8 बजे तक महाअष्ठमी रहेगा इसके बाद 9 बजे से नवमीं तिथि शुरू हो जाएगी।


यहां जले ज्योत

विंध्यवासिनी मंदिर - 1552
दंतेश्वरी मंदिर- 152
शीतला मंदिर-150
रूद्री रोड स्थित काली मंदिर -250
रिसाई माता मंदिर- 91

जगमगाए दीप

श्रीराम हिन्दू संगठन द्वारा नवरात्र और हिन्दू नववर्ष को लेकर उत्साह का माहौल था। शाम करीब 6.15 बजे कार्यकर्ताओं ने मकई चौक से लेकर विंध्यवासिनी मंदिर तक प्रत्येक प्रतिष्ठान के बाहर एक दीप जलाकर नवरात्र और हिन्दू नववर्ष का स्वागत किया।