
बारिश में खिल उठा नरहरा वाटरफॉल (फोटो सोर्स- पत्रिका)
Narhara Waterfall: बारिश की पहली झड़ी में ही नरहरा वाटरफॉल गुलजार हो गया है। पर्यटकों का आना भी शुरू हो गया है। जिला प्रशासन के सहयोग से अब यहां की खूबसूरती और सुविधाएं बढ़ाने कई काम कराए जा रहे हैं। मचान-झोपड़ी तैयार हो गया है। सीटिंग चेयर लग गए हैं। झूले लग रहे हैं। स्वच्छता के लिए 40 से अधिक डस्टबीन रखे गए हैं।
वहीं एडवेंचर पार्क, सेल्फी पाइंट, वाटरफाल एरिया में फेंसिंग अन्य एडवेंचर झूले, सोलर पंप का निर्माण भी होना है। क्रेडा द्वारा 8.10 लाख की लागत से सोलर लाइट भी लगाना है। बता दें कि नरहरा मिनी वाटरफॉल का लुत्फ उठाने हर साल यहां लगभग 1 लाख पर्यटक पहुंचते हैं। पर्यटकों की बढ़ती संख्या से संचालन समिति को भी साल में 5 से 7 लाख की आय हो रही है। सुविधाएं बढ़ने से यह आंकड़ा और भी ज्यादा बढ़ेगा।
नरहरा वाटरफॉल को राजनांदगांव जिले के हाजरा वाटरफाल की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। संचालन समिति की आय बढ़ाने और पर्यटकों को अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पर्यटकों से नामिनल शुल्क भी लिए जाएंगे। यहां पहुंचने वाले प्रति पर्यटक से 10 रूपए लेने पर सहमति बनी है। संचालन समिति की बैठक में दुपहिया वाहन से 20 रूपए, चार पहिया से 50 रूपए और बस के लिए 100 रूपए किराया निर्धारित किया गया है। पर्यटकों को यहां भोजन बनाने की सुविधा देने के लिए तिरपाल, लकड़ी, चूल्हा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए संबंधित पर्यटक को 100 रूपए शुल्क देना होगा।
नरहरा वाटरफॉल पर्यटकों के लिए बेहतरीन पिकनिक स्पॉट के साथ ही प्रकृति की खूबसूरती को बयां करने वाला स्थल भी है। रायपुर से इसकी दूरी 113 किमी है। रायपुर से एनएच होते धमतरी, धमतरी से सिहावा रोड होते हुए कुकरेल पहुंचना है। कुकरेल से बनरौद, बाजार कुर्रीडीह, झुरातराई फिर कोटरवाही पहुंचेंगे। इसी कोटरवाही में सुंदर नरहराधाम स्थित है। धमतरी से कोटरवाही की दूरी 35 किमी है।
गंगरेल बांध के कैचमेंट एरिया में भी बारिश का दौर शुरू हो गया है। अच्छी बारिश से गंगरेल समेत जिले के चारों बांधों में पानी की आवक शुरू हो गई है। सिंचाई विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गंगरेल बांध में सुबह ७ बजे की स्थिति में 1110 क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी। दोपहर 12 बजे बांध में पानी की आवक बढ़कर 35000 हो गई। दोपहर 3 बजे की स्थिति में गंगरेल बांध में 35010 क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी।
इसी तरह मुरूमसिल्ली बांध में 324 क्यसूक, दुधावा में 216 क्यसूक और सोंढूर बांध में 314 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। बीते चौबीस घंटे के भीतर जिले में औसतन 22.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक बारिश कुरुद तहसील में 47.7 मिमी हुई है। सबसे कम बारिश कुकरेल में 11 मिमी दर्ज की गई है। इसी तरह धमतरी में 15.1 मिमी, मगरलोड में 18.7 मिमी, नगरी में 25.8 मिमी, भखारा में 17.7 मिमी और बेलरगांव में 21.0 मिमी बारिश हुई है।
नरहरा वाटरफॉल तक नगरी ब्लाक के डोकाल और केरेगांव एरिया का पानी पहुुंचता है। ये दोनों क्षेत्र ही कैचमेंट एरिया है। नरहराधाम का संचालन मंदिर समिति, वन समिति, पंचायत संयुक्त रूप से कर रही है। केरेगांव तहसील में अब तक 251 मिमी बारिश हो चुकी है फिलहाल वाटरफाल का नजारा लेने पर्यटकों का आना शुरू हो गया है। रविवार को भी सैकड़ों पर्यटक पहुंचे थे।
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने बताया कि कोटरवाही के नरहरा वाटरफाल को और विकसित कर रहे हैं। पानी, बिजली के साथ ही एडवेंचर पार्क, सीटिंग व्यवस्था को लेकर काम करा रहे हैं। कुछ निर्माण कार्य हो चुके हैं। कुछ काम होना है। संचालन समिति को एक ही सीजन में लगभग 7 लाख की आय हुई है। सुविधाएं बढ़ने से पर्यटक बढ़ेंगे और समिति की आय भी बढ़ेगी।
Published on:
07 Jul 2025 01:36 pm
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