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समय पर मरीज को नहीं मिल पा रही रिपोर्ट, 8 महीने बाद भी अस्पताल को नहीं मिली डिजिटल एक्स-रे मशीन

CG News: धमतरी जिले में जिला अस्पताल धमतरी में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है। दिन-ब-दिन अस्पताल की हालत बिगड़ते जा रही है।

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समय पर मरीज को नहीं मिल पा रही रिपोर्ट(photo-patrika)

समय पर मरीज को नहीं मिल पा रही रिपोर्ट(photo-patrika)

CG News: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में जिला अस्पताल धमतरी में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है। दिन-ब-दिन अस्पताल की हालत बिगड़ते जा रही है। विशेषज्ञ डाक्टरों की समस्या से जूझ रहे अस्पताल में अन्य जरूरी इलाज के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। 8 महीने से अस्पताल का डिजिटल एक्स-रे मशीन खराब है। अस्पताल प्रबंधन ने कई बार शासन को मांग पत्र भेजा, लेकिन अब तक नई मशीन नहीं मिली। मजबूरी में 23 साल पुरानी मैनुअल एक्स-रे मशीन से जांच करनी पड़ रही है।

CG News: लेटेस्ट मशीन की जरूरत

मैनुअल एक्स-रे मशीन से एक्स-रे करने पर सामान्य एवं गंभीर मरीजों को 1 घंटे बाद या दूर-दूराज के मरीजों को दूसरे दिन रिपोर्ट लेने फिर से अस्पताल आना पड़ रहा है। जिन्हें तत्काल रिपोर्ट चाहिए उन्हें खुद धूप में फिल्म सुखाकर काम चलाना पड़ रहा है। अस्पताल की बदहाली से मरीजों मेें आक्रोश है। इस मशीन की भी पिक्चर क्वालिटी अच्छी नहीं है। ज्यादातर मरीज निजी सेंटरों में ही एक्स-रे करा रहे हैं। यहीं नहीं सोनोग्राफी जांच के लिए भी महिलाओं को दो दिन की वेटिंग दी जा रही है। यदि कोई मरीज 21 अगस्त को सोनोग्राफी के लिए पहुंचा तो उसे 24 तारीख को सोनोग्राफी जांच के लिए बुलाया जा रहा।

उल्लेखनीय है कि 250 बिस्तर वाले धमतरी जिला अस्पताल में धमतरी के अलावा बालोद, कांकेर, गरियाबंद, कोंडागांव, उड़ीसा क्षेत्र से भी मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। पूर्व में प्रतिदिन यहां 80 से 90 एक्स-रे हो रहे थे। डिजिटल मशीन खराब होने के बाद दिनभर में 30 से 35 एक्स-रे ही हो पा रहे हैं।

इनकी नहीं हो पा रही जांच

इधर करोड़ों की लागत से जिला अस्पताल में सिटी स्कैन यूनिट तो लगा दिया गया है। यहां सिर और चेहरे का ही सिटी स्कैन हो रहा है। गला, पेट, लीवर सिरोसिस, मुंह के कैंसर, गले का कैंसर समेत अन्य प्रकार की जांच नहीं हो पा रही है। ऐसे में मरीजों को अन्यत्र रेफर किया जा रहा है।

डिजिटल एक्स-रे के लिए शासन को चार बार पत्र प्रेषित कर चुके हैं, लेकिन अब तक मशीन अप्राप्त है। समस्या हो रही है। जिला प्रशासन को भी इससे अवगत कराया गया है। जल्द ही व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहे हैं। डॉ गिरीश कश्यप, प्रबंधक, जिला अस्पताल

थायराइड सहित कई जरूरी जांच नहीं हो रहे

जिला अस्पताल के हमर लैब में सीबीसी, यूरिन, बॉडी फ्लूड, पीलिया समेत 84 प्रकार की जांच हो रही है। वहीं थायराइड, विटामिन-डी, बी-12 समेत हार्मोन्स से संबंधित जांच नहीं हो पा रहे हैं। जबकि वर्तमान में थायराइड मरीजों की संख्या अधिक है। ऐसे मरीज निजी सेंटरों में 500 से 600 रूपए में जांच करा रहे हैं।

जिला अस्पताल में 14 साल से नीचे और 60 वर्ष से ऊपर के मरीजों का निशुल्क एक्स-रे किया जाता है। आयुष्मान कार्ड वाले मरीजाें के लिए भी यह सेवा फ्री है। शेष अन्य मरीजाें को मात्र 120 रूपए में एक्स-रे की सुविधा मिलती है। वर्तमान में एक्स-रे की लेटेस्ट मशीनें आ गई है, लेकिन जिला अस्पताल में पुराने मशीनों से ही काम चल रहा है। ऐसे में लोगों को परेशानी हो रही है। यदि एक्स-रे के लिए डीआर (डायरेक्ट रेडियोग्राफी) मशीन लगा दी जाए, तो पिक्चर क्वालिटी के साथ २ मिनट में मरीजों को एक्स-रे फिल्म मिल सकती है।