
धमतरी. छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में पात्र होने के बाद भी अभी तक 5154 दिव्यांगों को यूडीआईडी कार्ड जारी नहीं किया गया है। यह कार्ड दिव्यांगों की विशेष पहचान पत्र है, जिसके अभाव में इन दिव्यांगों को कई योजनाओं के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है।
नहीं मिल रहा योजना का लाभ
दिव्यांगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने के लिए कई प्रकार के दस्तावेजों को प्रस्तुत करना पड़ता है। कागज के दस्तावेज होने के कारण इनके फटने, खराब होने का डर बना रहता है। स्थिति को देखते हुए केंद्र शासन द्वारा दिव्यांगों को विशेष पहचान पत्र (यूडीआईडी कार्ड) जारी करने के लिए योजना बनाई गई है।
इस कार्ड में दिव्यांगों के सभी प्रमाणपत्रों की एंट्री रहती है। विडंबना यह है कि पिछले कई माह से जिले में यह योजना चल रही है, लेकिन अब तक मात्र 3 हजार 318 दिव्यांगों को ही यूडीआईडी कार्ड जारी किया गया है।
यूडीआईडी कार्ड पूरे देश में मान्य है। इसमें भारत सरकार का ट्रेडमार्क अंकित रहता है। जबकि दिव्यांगता प्रमाण पत्र को दूसरे जिले और प्रदेशों में एक्सेप्ट नहीं किया जाता है, इसके चलते दिव्यांगों को परेशानी उठानी पड़ती है। पूरे देश में कहीं भी सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए यह कार्ड काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज है।
जिनकी दिव्यांगता 40 प्रतिशत से अधिक है, उन्हीं का यूडीआईडी कार्ड बनाया जाता है। इसके लिए पात्र दिव्यांग आधारकार्ड, दिव्यांगता प्रमाण पत्र और फोटो के साथ ग्राम पंचायत सचिव से मिलकर आवेदन जमा कर सकता है।
इसके अतिरिक्त पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग के जिला कार्यालय में भी आवेदन जमा किया जा सकता है। कार्ड बनाने की प्रक्रिया ऑनलाइन होती है। पोर्टल में दिव्यांग की एंट्री करने के करीब 10 दिन बाद यूडीआईडी कार्ड जारी कर दिया जाता है।
उपसंचालक समाज कल्याण विभाग के एमएल पाल में कहा यूडीआईडी कार्ड बनवाने के लिए लगातार दिव्यांगों को प्रेरित किया जा रहा है। मई माह में इसके लिए शिविर लगाना भी प्रस्तावित है।
Published on:
01 May 2018 02:58 pm
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