
मध्यप्रदेश चुनाव 2023
धार। धरमपुरी विधानसभा कांग्रेस की पारंपरिक अनुसूचित जनजाति सीट है। यहां की जनता ने 1967 से 1985 तक लगातार कांग्रेस को एकतरफा जीत दिलाई है। 1990 के विस चुनाव में पहली बार यहां की जनता ने भाजपा को सत्ता की चाबी सौंपी। लेकिन 1993 में कांग्रेस ने फिर जनता का भरोसा जीतकर सीट अपने नाम कर ली। पहली बार 1998 में 2003 में भाजपा के जगदीश मुवेल ने लगातार दो बार जीत दर्ज कर कांग्रेस के गढ़ में पैठ जमा ली। जातिगत समीकरण देखा जाए तो यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। इस सीट पर एसटी वोटर्स बड़ी संख्या में हैं।
धरमपुरी से प्रदेश सरकार में रह चुके हैं मंत्री
धरमपुरी विधानसभा की बात की जाए तो यहां से बीजेपी व कांग्रेस ने दोनों ने ही प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए हैं। दिग्विजय सिंह जब प्रदेश के मुखिया था तो उस दौरान प्रतापसिंह बघेल को मंत्री बनाया था। प्रतापसिंह पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री और परिवहन मंत्री रहे। वहीं 2003 में बीजेपी की सरकार बनी तो धरमपुरी से जगदीश मुवेल को गृह राज्य मंत्री बनाया गया था।
1990 के बाद दोनों पार्टियों को दिया मौका
1967 में कांग्रेस से फतेभानु सिंह ने धरमपुरी विधानसभा से चुनाव जीता था। यहां से लगातार पांच बार कांग्रेस ने चुनाव जीता था। पहली बार 1990 में बीजेपी के झींगलाल पटेल ने कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाकर जीत दर्ज की। 2003 के बाद धरमपुरी से किसी भी विधायक को प्रदेश सरकार में मंत्री पद नहीं दिया गया।
धरमपुरी विधानसभा में अब तक रहे विधायक
1967 फतेभानु सिंह कांग्रेस
1972 फतेभानु सिंह कांग्रेस
1977 किरत सिंह कांग्रेस
1980 किरत सिंह कांग्रेस
1985 किरत सिंह कांग्रेस
1990 झींगलाल पटेल बीजेपी
1993 प्रतापसिंह बघेल कांग्रेस
1998 जगदीश मुवैल बीजेपी
2003 जगदीश मुवेल बीजेपी
2008 पांचीलाल मेड़ा कांग्रेस
2013 कालूसिंह ठाकुर बीजेपी
2018 पांचीलाल मेड़ा कांग्रेस
फैक्ट फाइल- ये भी जानिए
धरमपुरी विधानसभा के कुल मतदाता-219383
पुरुष- 110128
महिला- 109248
अन्य- 7
मतदान केंद्र-244
Published on:
16 Oct 2023 01:49 pm
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