8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Masik Shivratri 2024: मार्गशीर्ष के महीने में किस दिन पड़ रही है मासिक शिवरात्रि,जानिए शुभ मुहूर्त

Masik Shivratri 2024 आप सभी मासिक शिवरात्रि का व्रत तो करते ही होंगे, लेकिन क्या आपको पता हैं इस महीने में कब है मासिक शिवरात्रि आइए जानते हैं शुभ शुभ मुहूर्त..

2 min read
Google source verification
Masik Shivratri 2024

Masik Shivratri 2024

Masik Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि का व्रत भगवान शिव जी का सबसे प्रिय व्रत है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन भोलेनाथ की आराधना करने से भी सभी दुख दूर हो जाते हैं। आइए जानते हैं इस माह कब है मासिक शिवरात्रि का व्रत और शुभ मुहूर्त।

मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2024)

मासिक ‌शिवरात्रि का व्रत सुख-सौभाग्य में वृद्धि करने वाला माना गया है। इस दिन व्रत रखने के साथ-साथ भगवान शंकर की उपासना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही जीवन में खुशहाली बनी रहती है। ऐसा कहा जाता है कि जो इस व्रत को रह लेता है उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। ऐसा भी कहा गया है कि इस माह में भगवान शंकर को बेलपत्र, पुष्प, धूप-दीप और भोग चढ़ाने से शिव जी प्रसन्न होते है। आइए जानते हैं इस माह कब है मासिक शिवरात्रि।

मासिक शिवरात्रि तिथि (Masik Shivratri Date)

यह शिवरात्रि 29 नंवम्बर शुक्रवार 2024 मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशी को मनाई जाएगी। अविवाहित महिलाएँ इस व्रत को विवाहित होने के लिए और विवाहित महिलाएँ अपने विवाहित जीवन में सुख और शान्ति बनाये रखने के लिए इस व्रत को करती है।

यह भी पढ़ेः उत्पन्ना एकादशी पर करें ये अचूक उपाय, पैसों की तंगी से मिलेगी राहत

मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त (Masik Shivratri Shubh Muhurat)

मार्गशीर्ष माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी 29 नंवम्बर शुक्रवार 2024 को सुबह 08 बजकर 39 मिनट से शुरू होगा। अगले दिन 30 नवम्बर 2024 सुबह 10 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगा।

मासिक शिवरात्रि पूजा विधि (Masik Shivratri Puja Vidhi)

1. मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर साफ कपड़े पहन लें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें।

2. मंदिर की सफाई कर गंगाजल छिड़के।

3. भगवान शिव और पार्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।

4. शिवलिंग पर गंगाजल बेलपत्र, पुष्प , धूप-दीप और भोग अर्पित करें।

5. महदेव के सामने घी का तेल या दीपक जलाएं और शिव चालीसा का पाठ करें।

6. अंत में शिव भगवान की आरती करें। और मंत्रों का जप करें।

यह भी पढ़ेः कपूर का ऐसे करें प्रयोग, शनि रहेंगे खुश और घर की नकारात्मक शक्ति भी दूर होगी