
last monday before shravan 2021
भगवान शंकर यानि शिव हिन्दुओं के मुख्य देवों में से एक हैं। ये आदि पंच देवों सहित त्रिदेवों में भी शामिल है। मान्यता है कि भगवान शिव अत्यंत सरल व भोले हैं। जिसके चलते वे आसानी से प्रसन्न तो होते ही हैं साथ ही अपने भक्तों के हर कष्ट को भी दूर करते हैं।
जानकारों का ये भी मानना है कि यदि सात्विक मन से भगवान शंकर की पूजा की जाए तो वो समस्त दोषों और कष्टों को भी दूर करते हैं। आज यानि 19 जुलाई 2021 को सावन 2021 से पहले का यह आखिरी सोमवार है। ऐसे में आज हम आपको भगवान शिव की पूजा से जुड़ी कुछ खास बातें बता रहे हैं।
पंडित एके शुक्ला के अनुसार सप्ताह के दिनों में सोमवार को भगवान शंकर का दिन माना जाता है और इस दिन हुए उनकी खास पूजा की जाती है। उनका कहना है कि ये भी माना जाता है कि सोमवार को भगवान शंकर की मन से अर्चना करने वाले जातकों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
पंडित शुक्ला का कहना है कि सोमवार शाम को तीन उपाय बेहद खास माने गए हैं, जिनके संबंध में मान्यता है कि इन्हें करने वालों का भाग्य तक बदल सकता है। इनकी मदद से जहां मनचाहे जीवनसाथी की मुराद पूरी हो सकती है वहीं रोजगार व धन की इच्छा भी पूरी होती है।
ये तीन उपाय बदल देंगे जिंदगी!
1. सोमवार को एक समय रात्रि में भोजन के व्रत संकल्प के साथ शिवालय में जाकर शिवलिंग को जल स्नान कराएं। जल या दूध स्नान के दौरान शिव मंत्र का जाप करते रहें...
मंत्र: ऊं महाशिवाय सोमाय नमः।।
2. स्नान के बाद भगवान भोलेनाथ को गाय का दूध अर्पित करें। साथ ही ऊं महाशिवाय सोमाय नमः।। मंत्र का जाप करें। माना जाता है कि यह उपाय विशेष रूप से तन, मन और धन हर कलह का शमन करता है।
3. शिव को शहद की धारा अर्पित करें। साथ ही ऊं महाशिवाय सोमाय नमः।। मंत्र का जाप करें।माना जाता है कि इससे आजीविका, नौकरी या व्यवसाय से जुड़ी सभी समस्याओं का अंत हो जाता है।
इसके बाद जल से स्नान कराकर शिव को लाल चंदन लगाएं या श्रृंगार करें। चंदन की प्रकृति शीतल होती है। जिसे शिव पर लगाने से माना जाता है कि जीवन में भी शांति और सुख की बारिश होती है।
शिव पूजा में ये तीन सरल उपाय के बाद यथाशक्ति गंध, अक्षत, फूल, नैवेद्य अर्पित कर शिव आरती करें। साथ ही शिव को चंदन लगाकर मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना करें।
सोमवार को न करें ये कार्य, अन्यथा क्रोधित हो जाएंगे भगवान शिव...
जानकारों के अनुसार सोमवार के दिन कुछ ऐसे काम हैं, जिसे उस दिन करने से भगवान शिव और माता पार्वती नाराज हो जाते हैं। जिसके चलते यह कार्य करने वाला व्यक्ति चाहे कितना भी पूजा-पाठ कर लें उसे पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता।
यहां यह समझ लें कि सोमवार के जहां भगवान शिव कारक देव हैं तो वहीं इस दिन के ग्रह चंद्र माने गए हैं। पंडित एके शुक्ला के अनुसार यदि आप भगवान शिव के भक्त हैं और सोमवार को उनकी पूजा भी करते हैं तो भगवान शिव के दिन यानि सोमवार को भगवान शिव की पूजा से पहले ही भगवान शंकर के समक्ष सोमवार को इन कार्यों को त्यागने का संकल्प लेना चाहिए।
तो आइये जानते हैं कि मान्यता के अनुसार सोमवार के दिन वे कौन से कार्य हैं जो वर्जित माने गए हैं, और इनको करने से भगवान शिव के साथ ही चंद्र भी आपसे रुष्ट हो जाते हैं।
सोमवार को न करें ये काम...
सोमवार के दिन दिन शक्कर त्याग देनी चाहिए। साथ ही किसी भी व्यक्ति को इस दिन सफेद वस्त्र या दूध दान नहीं करना चाहिए।
- किसी दूसरे के धन और स्त्री पर नजर रखना, चोरी करना, जुआ खेलना, माता-पिता और देवी-देवताओं का सम्मान न करना और साधु संतों से अपनी सेवा करवाने वाले व्यक्ति से भगवान शिव अप्रसन्न रहते हैं।
- सोमवार के दिन उत्तर, पूर्व और आग्नेय कोण को यात्रा नहीं करनी चाहिए। खासकर पूर्व दिशा में दिशा शूल रहता है। साथ ही इस दिन माता से किसी भी प्रकार का विवाद ना करें।
- इस दिन भूलकर भी कुल देवता का किसी भी प्रकार से अपमान ना करें। साथ ही यह भी ध्यान रखें की अधिकांश सोमवार के दिन सुबह 7:00 से 9:15 बजे के बीच राहु काल रहता है। अत: इस समय न तो यात्रा करनी चाहिए और न ही किसी शुभ कार्य की शुरुआत करनी चाहिए।
- सोमवार (चंद्र) के दिन शनि (चंद्र+शनि=विष योग) से संबंधित भोजन नहीं करना चाहिए, जैसे बैंगन, कटहल, सरसो का साग, काला तिल, उड़द, तेज मसालेदार सब्जी आदि। इसके अलावा इस दिन शनि से संबंधित कपड़े भी नही पहनने चाहिए, जैसे काले, नीले, जामुनी या कत्थई।
Published on:
19 Jul 2021 01:05 am
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