
साल 2023 में 04 जुलाई से शुरू हो चुके सावन के महीने ( month of sawan ) में भगवान शिव की पूजा ( Worship of Lord Shiva ) का विशेष महत्व है। भगवान शिव के इस प्रिय महीने में शिव पूजा के साथ ही दान-पुण्य और धर्म-कार्यों का भी विशेष महत्व है। इस महीने में केवल सोमवार का ही नहीं बल्कि सप्ताह के हर दिन का अपना खास महत्व होता है। इन्हीं में से एक विशेष दिन सावन का गुरुवार है, जिसका अलग ही महत्व है। इसी कारण है कि सावन महीने में गुरुवार के दिन कुछ विशेष बातों का खास ध्यान रखना होता है।
ऐसे में जानकारों के अनुसार इस दिन यानि खास तौर से सावन के गुरुवार को कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिसका दुष्प्रभाव पडता है। दरअसल सावन के महीने में गुरुवार के दिन कुछ खास कामों को खासतौर से निषेध माना गया है, क्योंकि इसका दुष्प्रभाव प्राप्त होता है, वहीं ये भी मान्यता है कि ऐसे कार्यों से बचने से देवगुरु की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
सावन गुरुवार को ना करें ये कार्य
आपको बता दें कि महिलाओं की कुंडली में ज्योतिष के अनुसार देवगुरु बृहस्पति को पति और संतान का कारक माना जाता है। ऐसे में ये सिद्ध होता है कि देवगुरु बृहस्पति संतान और पति दोनों के जीवन पर अपना विशेष प्रभाव डालते हैं। वहीं जानकारों के अनुसार देवगुरु बृहस्पति के दिन यानि बृहस्पतिवार के कारक देव भगवान विष्णु हैं, और भगवान शिव के आराध्य भी वहीं है, ऐसे में भगवान शिव के प्रिय माह सावन में पड़ने वाले गुरुवार के दिन को महिलाओं (किसी को भी) को ना तो बाल धोने चाहिए ना ही काटना चाहिए। मान्यता है कि यदि महिलाएं इस दिन बाल धोती या कतवाती हैं तो इससे उनके पति और संतान की उन्नति रुकावट आती है।
इसके साथ ही सावन माह के गुरुवार को नाखून काटने और शेविंग करने की भी मनाही है। इसका कारण ये है कि ऐसा करने से गुरु ग्रह कमजोर होता है। दरअसल, गुरु ग्रह का सीधा संबंध जीवन यानि आयु से भी हैं। ऐसे में सावन महीने के गुरुवार को नाखून काटने और शेविंग करने से गुरु के कमजोर होने के कारण इसका जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और उम्र कम होने लगती है।
सावन महीने का गुरुवार
सावन माह में पडने वाले गुरुवार के दिनों में घर में पोछा निषेध माना गया है। इसके पीछे मान्यता यह है कि इस दिन घर में पोछा लगाने से घर के सदस्यों की शिक्षा व धर्म पर इसका प्रभाव पड़ता है।
इन बातों का भी रखें ध्यान
भगवान शिव के प्रिय माह सावन में गुरुवार के किसी भी दिन कबाड़ घर से बाहर निकालने,कपड़ों को धोने, घर को धोने या पोछा लगाने की मनाही है माना जाता है कि ऐसा करने से बच्चों, घर के सदस्यों आदि की शिक्षा, धर्म के शुभ प्रभाव में कमी हो जाती है।
लक्ष्मी जी को भूलकर भी ना करें नजरअंदाज
सनातन संस्कृति में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु का दिन माना जाता है, ऐसे में भगवान विष्णु यानि नारायण तभी प्रसन्न होते हैं, जब उनके साथ उनकी देवी मां लक्ष्मी भी प्रसन्न हों। इसी कारण ये भी मान्यता है कि गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा भी करनी चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच दूरियां कम होने के साथ ही धन में भी वृद्धि होती हैं।
Published on:
08 Jul 2023 06:33 pm
बड़ी खबरें
View Allधर्म-कर्म
धर्म/ज्योतिष
ट्रेंडिंग
