
श्रावण पूर्णिमा पर सुख समृद्धि के लिए करना चाहिए ये दान, यहां पढ़ें स्नान दान का समय
पंचांग के अनुसार सावन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त को सुबह 03.43 बजे शुरू होकर रात 11.55 बजे तक रहेगी। सावन पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय का समय शाम 06:56 बजे है। इस समय आप चंद्रदेव की पूजा कर सकते हैं। यहां जानिए स्नान दान का समय
स्नान-दान मुहूर्त : सोमवार सुबह 4.32 बजे से सुबह 05.20 बजे तक
इस बार श्रावण पूर्णिमा सोमवार को है। इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक शुभ फलदायक है। इसलिए इस दिन गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, शक्कर आदि से शिवजी का अभिषेक करें। इस दौरान ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। इससे भगवान शिव प्रसन्न होंगे और जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।
श्रावण पूर्णिमा के दिन व्रत रखने का बड़ा महत्व है। इस दिन भगवान शिव एवं लक्ष्मी-नारायण का व्रत रखें और सत्यनारायण भगवान की कथा सुनें। इससे विशेष फल मिलेगा। व्रत रखने से व्यक्ति के सभी दुख-दर्द समाप्त होते हैं, और जीवन में सुख, शांति आएगी।
श्रावण पूर्णिमा पर दक्षिणावर्ती शंख की पूजा शुभ होती है। इससे लक्ष्मीजी का आशीर्वाद मिलता है। इस शंख में गंगाजल भरकर भगवान विष्णु पर चढ़ाने से सभी प्रकार के पापों का नाश होता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
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श्रावण पूर्णिमा पर महामृत्युंजय मंत्र 'ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् का जाप करने से व्यक्ति को दीर्घायु, स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती हैं। इसी के साथ भगवान शिव की पूजा करने से सभी रोग और दोष समाप्त होते हैं।
श्रावण पूर्णिमा पर चंद्रमा की कृपा पाने के लिए जल में कच्चे दूध और चावल मिलाकर चंद्रदेव को अर्घ्य दें। इस दिन रात्रि में चंद्रमा के सामने बैठकर 'ॐ सोमाय नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें। चंद्रमा को खीर या सफेद मिठाई का भोग लगाएं और चंद्रदेव से अपने मन की शांति और समृद्धि की प्रार्थना करें। चंद्रमा की कृपा से मानसिक शांति, स्वास्थ्य, और समृद्धि प्राप्त होती हैं। इस दिन व्रत रखना भी शुभ होता है।
Updated on:
18 Aug 2024 10:37 pm
Published on:
18 Aug 2024 10:36 pm
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